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MP: बिजली बिलों में गड़बड़ी हुई तो जिम्मेदार होंगे इंजीनियर, रुकेगा इंक्रीमेंट
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भोपाल (Bhopal) बिजली बिलों में गड़बड़ी को लेकर प्रदेश भर में उपभोक्ता परेशान रहते हैं। आये दिन इस तरह की शिकायतें अधिकारियों के सामने आती रहती हैं। बिजली बिलों की गड़बड़ी रोकने के लिये ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradhuman Singh Tomar) ने कंपनी के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि बिलों में गड़बड़ी के लिये जूनियर इंजीनियरों और असिस्टेंट इंजीनियरों की भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। बिलों में किसी प्रकार की गड़बड़ी की जांच कराई जाएगी। जो भी जिम्मेदार पाया जायेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ज्यादा गड़बड़ी मिलने पर इंक्रीमेंट रोका जाएगा।
एवरेज बिल किसी स्थिति में न दिया जाय
श्री सिंह ने कहा कि उपभोक्ताओं की संतुष्टि हमारी पहली प्राथमिकता है। मंत्री ने कहा कि काल सेंटर पर दर्ज शिकायतों का तय समय सीमा में निपटारा होना चाहिए। हर महीने बिल सही रीडिंग के आधार पर बनाए जाय। साथ ही तय स्लैब के हिसाब से दरें जोड़ी जाय। एवरेज बिल और असेस्मेंट वाले बिल किसी भी स्थिति नहीं दिये जाने चाहिए। मंत्री ने खराब ट्रांसफार्मरों को बदलने में लेटलतीफी नहीं करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं का फीडबैक भी लिया जाय।
अधिकारियो-कर्मचारियों पर नहीं पड़ता आदेश-निर्देश का असर
आपको बता दें कि मंत्री के आदेश-निर्देश का असर बिजली कंपनी के अधिकारियों-कर्मचारियों पर कम ही पड़ता है, वह अपने हिसाब से व्यवस्था चलाने के आदी हैं। लाखों की संख्या में बिजली उपभोक्ता बिल की गड़बड़ी से परेशान हैं और कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं। जहां दो-चार सौ बिल आना चाहिए वहां दो-चार में घरेलू बिल पहुंच रहे हैं। निपटारे के लिये उपभोक्ता चक्कर लगाकर थक-हार गए। फिर कर्मचारी कनेक्शन काटने की धमकी देने पहुंच जाते हैं, इसके बाद शुरू होती है बिल सुधार की कार्रवाई और ले देकर निदान कराया जाता है लेकिन उसका समुचित निराकरण कभी नहीं हो पाता।