- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- MP : सीएम शिवराज ने...
MP : सीएम शिवराज ने कहा, डॉ. पर्चे मे लिखें श्री हरि और हिन्दी में दवा का नाम, हिन्दी में क्रोसिन, बोलो क्या दिक्कत है
MP Shivraj Singh Chouhan News In Hindi : एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। उनके प्रयास का पहला अध्याय मेडिकल की पढ़ाई (MBBS In Hindi) से शुरू हो रहा है। जहां एमबीबीएस की पढ़ाई का पाठ्यक्रम हिन्दी (MBBS Syllabus In Hindi) में तैयार किया गया है और उस पढ़ाई की शुरूआत मध्यप्रदेश (MP) में हो रही है।
सीएम का डॉक्टरों को सुझाव
डॉक्टर की पढ़ाई हिन्दी में शुरू होने से पहले सीएम ने डॉक्टरों को सुझाव दिए कि डॉ. पर्चा में लिखे श्री हरि (Shri Hari) और दवा का नाम लिख दो हिन्दी में, क्रोसिन हिन्दी में लिख दो, बोलो क्या दिक्कत है, इससे कोई दिक्कत नही आएगी। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम और डॉक्टरों को दिए जा रहे सुझाव का एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
CM Shivraj Singh Ka Docters Ko Sujhav Viral Video :
सीएम शिवराज सिंह चौहान की Doctors को सलाह- 'Rx की जगह दवा पर्चे पर ऊपर लिखो श्री हरी और नीचे हिन्दी में क्रोसिन'#ShivrajSinghChouhan #MadhyaPradesh #Doctors pic.twitter.com/r6FJKLBcUA
— Bebak News (@TheBebakNews) October 16, 2022
जमकर लगे ठहाके
मुख्यमंत्री श्री सिंह एक कार्यक्रम के दौरान जब डॉक्टरों को यह सुझाव दे रहे थे, तो वहां मौजूद लोगों में ठहाके गूंज उठे। जिस पर स्वयं मुख्यमंत्री भी अपनी हंसी को नहीं रोक पाए और हंसते हुए उन्होने कहा कि ऐसे लिखने में क्या कोई दिक्कत है। उन्होने कहा अगर दिक्कत है तो यहा मौजूद डॉक्टर इसका सॉल्यूशन निकालेंगे।
गांवों में चिकित्सा को बढ़ावा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि हिन्दी में डॉक्टर की पढ़ाई होने से गांव के लोगों को भी वहां चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। गांव में डॉक्टर हिन्दी में दवाई का नाम लिखेगा, इसमें कोई दिक्कत नही होगी।
पहला राज्य जहां हिन्दी में होगी पढ़ाई
ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य बनने जा रहा है जहां हिन्दी में एमबीबीएस की पढ़ाई होगी (MBBS In Hindi)। इसकी शुरूआत देश गृहमंत्री अमित शाह रविवार को कर रहे है। एमबीबीएस प्रथम वर्ष का पाठ्यक्रम हिन्दी में तैयारी किया गया है। इसे प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग को सरकार सौंपेंगी। जिससे प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई शुरू हो सकें।