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Mp Board Free Laptop Yojana 2023 Percentage: एमपी बोर्ड लैपटॉप योजना 2023, जाने कितने परसेंट पर मिलेगा लैपटॉप
Mp Board Free Laptop Yojana 2023 Percentage, Laptop Yojana MP 2023 Registration Process: : मध्य प्रदेश सरकार प्रतिभावान छात्रों को हर संभव सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस योजना की शुरुआत करते हुए छात्रों के मन में पढ़ने की प्रवृत्ति विकसित करने यह योजना चलाई गई है। 12वीं के प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए लैपटॉप योजना के नाम से 25000 की राशि खाते में दी जाती है। जिससे छात्र लैपटॉप लेकर आगे की पढ़ाई सुचारू रूप से कर सकें। सरकार की यह योजना फलीभूत होती दिख रही है। प्रदेश में प्रतिभावान छात्रों की संख्या बढ़ती जा रही है।
क्यों संचालित की गई है योजना Mp Board Laptop Yojana 2023 Percentage
बताया जाता है कि सरकार का उद्देश्य है कि जो बच्चे 12वीं के बाद पढ़ाई के लिए अपनी लैपटॉप की आवश्यकता पूरी नहीं कर सकते उनकी यह मदद की जाती है। अच्छे नंबरों से 12वीं पास छात्रों को इस योजना का लाभ दिया जाता है इसके लिए बताया गया है कि जो छात्र 12वीं की परीक्षा में न्यूनतम 75 अंक प्राप्त करते हैं उन्हें इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2009 में इस योजना की शुरुआत की गई जिसमें निश्चित किया गया कि जो छात्र 85 प्रतिशत अंक के साथ उत्तीर्ण होंगे उन्हें इस योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए बाद में कुछ परिवर्तन किया गया। जिसमें सामान्य और ओबीसी वर्ग के लिए 85 प्रतिशत रखा गया तो वही एससी और एसटी वर्ग के लिए 75 प्रतिशत पर फ्री लैपटॉप देन निश्चित किया गया था। लेकिन बाद में इसे 75 प्रतिशत पर ही कर दिया गया। वर्ष 2022 में 75 प्रतिशत अंक पाने वाले 95 हजार विद्यार्थियों को फ्री लैपटॉप योजना का लाभ दिया गया।
आवश्यक दस्तावेज (Mp Board Laptop Yojana Online Apply, MP Free Laptop Yojna Online Apply, Laptop Yojana MP 2023)
फ्री लैपटॉप योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करते समय कुछ दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है जिसमें बताया गया है कि छात्र को अपना स्थाई निवास प्रमाण पत्र आधार कार्ड, 12वीं की अंकसूची, मोबाइल नंबर तथा बैंक खाते का नंबर देना होता है।
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसी भी छात्र को आवेदन की आवश्यकता नहीं है। विद्यालय के प्राचार्य 75 प्रतिषत से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों की मेरिट लिस्ट तैयार कर माध्यमिक शिक्षा मंडल तक पहुंचाते हैं। छात्र का नाम तय हो जाता है उसकी जानकारी विद्यालय में एकत्र कर भेज दिया जाता है। जिसमें अकाउंट नंबर आदि शामिल है।