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MP Board Exam 2022: संक्रमित भी दे सकेंगे परीक्षा, हर केंद्र में होगा आइसोलेशन रूम
MP School News
MP Board Exam 2022: 17 फरवरी से मध्यप्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन हो रहा है. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने साफ़ किया है कि परीक्षाएं ऑफलाइन ही आयोजित की जा रही हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि कोई स्टूडेंट एग्जाम सेंटर में संक्रमित पाया जाता है तो क्या होगा?
मध्यप्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन 17 फरवरी से ऑफलाइन पैटर्न (MPBSE Offline Board Examination 2022) पर होने जा रहा है. राज्य में संक्रमण की रफ़्तार में भी कमी आई है, जिसके चलते यह तो तय है कि अब परीक्षा के पैटर्न में बदलाव नहीं किया जाएगा. इस बात को स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार साफ़ कर दिया है. परीक्षाओं का आयोजन भी कोरोना गाइडलाइन के तहत किया जाना है. अब बोर्ड ने इस बात पर निर्णय लिया है कि यदि कोई परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र में संक्रमित पाया जाता है तो स्थिति क्या होगी?
मंगलवार को भोपाल में शिक्षा विभाग की उच्च स्तरीय बैठक संपन्न हुई है. 10वीं और 12वीं की परीक्षा में कोरोना संक्रमित और इसके लक्षण वाले स्टूडेंट्स के लिए अलग व्यवस्था होगी. इसके लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर अलग से आइसोलेशन रूम बनाए जाएंगे. इस संबंध में मंगलवार को माशिमं की बोर्ड मीटिंग में निर्णय लिया गया.
अन्य राज्यों की करें तो ऐसी स्थिति के लिए अन्य राज्यों ने अलग तैयारियां कर रखी हैं. महाराष्ट्र में संक्रमित छात्रों के लिए अलग कमरे में परीक्षाओं को आयोजित करने की व्यवस्था है, हर केंद्र में एक कमरे को संक्रमित छात्रों के लिए रिजर्व किया गया है. वहीं राजस्थान में संक्रमित छात्रों के लिए बाद में परीक्षाओं के आयोजन का निर्णय लिया गया है.
अभी MPBSE की क्या तैयारी है?
10वीं कक्षा की परीक्षाएं 18 फरवरी से 10 मार्च तक और 12वीं के पेपर 17 फरवरी से 12 मार्च तक होंगी. परीक्षा का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया है. टाइम टेबल मंडल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in पर जारी किया जा चुका है. परीक्षा के लिए परीक्षार्थी को सुबह 8.30 बजे उपस्थित होना जरूरी है. छात्रों को सुबह 8.45 बजे तक ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा.
दिव्यांगों को कई तरह की राहत
एमपी बोर्ड ने परीक्षा में शामिल होने वाले दिव्यांग या घायल छात्रों को कई राहत देने का फैसला किया है. इस दौरान दृष्टिहीन, मानसिक विकलांग एवं हाथ की हड्डी टूट जाने अथवा हाथ की खराबी के कारण लिखने में असमर्थ छात्रों को ये राहतें मिलेंगी. ऐसे छात्र लिखने के लिए किसी की मदद ले सकते हैं. साथ ही उन्हें विषय चयन, अतिरिक्त समय, परीक्षा शुल्क से छूट, कंप्यूटर या टाइप राइटर चयन की सुविधा दी जाएगी.