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MLA Umang Singhar Case: विधायक उमंग सिंघार मामले में सीएम की दो टूक, बोले न फंसाएंगे, न बचाएंगे
MLA Umang singhar Case: पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के बाद प्रदेश के गंधवानी से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री उमंग सिंघार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल कहा कि मैं किसी व्यक्ति विशेष की बात नहीं करता। कानून अपना काम करता है। उन्होंने कहा कि हम न तो किसी को बचाएंगे और न ही किसी को फंसाएंगे। लेकिन अगर शिकायत की है तो उसकी जांच करके आवश्यक कार्रवाई करना ही पुलिस की ड्यूटी है। इधर फरार चल रहे विधायक को चार थानों की पुलिस तलाश कर रही है।
चार थानों की टीम कर रही तलाश
पुलिस सूत्रों के अनुसार हाई प्रोफाइल मामला होने से सरकार की निगरानी में ही कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसके साथ ही मामले से संबंधित हर पाइंट को लेकर चल रही जांच पर वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन भी लिया जा रहा है। उमंग सिंघार को तलाश करने के लिए सीएसपी देवेन्द्र सिंह धुर्वे के नेतृत्व में चार थानों के पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाई गई है। टीम के द्वारा फरार चल रहे विधायक की खोजबीन की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार टीम विधायक के गंधवानी और इंदौर सहित अन्य ठिकानों पर दबिश देने की तैयारी कर रही है। इस टीम में कोतवाली पुलिस, नौगांव थाना, तिरला और साइबर क्राइम ब्रांच शामिल किया गया है।
विधायक उमंग सिंघार मामला क्या है?
नौगांव पुलिस ने इस मामले में विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज करने के बाद अपनी जांच प्रारंभ कर दी है। कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री उमंग सिंघार के खिलाफ उनकी पत्नी और कांग्रेस नेत्री ने मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हुए दुष्कर्म व अप्राकृतिक कृत्य करने का प्रकरण दर्ज कराया है। वह जबलपुर की रहने वाली हैं। जिस पर नौगांव पुलिस ने महिला के बयान पर विधायक के खिलाफ रविवार दे रात दुष्कर्म समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। धार एसपी आदित्य प्रताप सिंह के अनुसार गिरफ्तारी के लिए पुलिस पीडब्ल्यूडी ऑफिस के समीप जब विधायक के निवास पर पहुंची थी तो वह फरार हो गए थे। महिला ने अपने दिए गए आवेदन में खुद को विधायक की पांचवीं पत्नी बताया है। विधायक की गिरफ्तारी को लेकर नौगांव पुलिस ने इस बात की सूचना के लिए धार एसपी के माध्यम से गृह मंत्रालय को भी एक पत्र भेजा है। मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान कराने को लेकर पीड़िता को भी एक पत्र भेजा गया है।