मध्यप्रदेश

Mauganj District: 4 तहसीलों से मिलकर बनेगा MP का नया जिला 'मऊगंज', रीवा से कटेंगी यह तहसीलें, फटाफट से जानें

Suyash Dubey | रीवा रियासत
4 March 2023 11:00 AM GMT
Updated: 2023-03-04 10:55:28
Mauganj District: 4 तहसीलों से मिलकर बनेगा MP का नया जिला मऊगंज, रीवा से कटेंगी यह तहसीलें, फटाफट से जानें
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Madhya Pradesh 53rd District Mauganj Details In Hindi: एमपी के करोडो नागरिको के लिए जरूरी खबर है। बता दें एमपी को एक और जिला मिलने जा रहा है। रीवा जिले की नईगढ़ी तहसील के 382 गांव, मऊगंज के 343 गांव, हनुमना के 341 गांव शामिल होंगे, देवतालाब नई तहसील बनेगी, जो नए जिले मऊगंज में शामिल की जाएगी।

Madhya Pradesh 53rd District Mauganj Details In Hindi: एमपी के करोडो नागरिको के लिए जरूरी खबर है। बता दें एमपी को एक और जिला मिलने जा रहा है। बता दें की मऊगंज को जिला बनाने की पूरी तैयारी शुरू हो चुकी है। इसकी घोषणा सीएम शिवराज सिंह ने शनिवार को कर दी है। जानकारी के अनुसार जिला बनाए जाने को लेकर कलेक्टर ने बुधवार को सचिव मध्य प्रदेश शासन राजस्व विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल को अपना प्रस्ताव भेज दिया है। नए जिले में चार तहसीलें क्रमशः मऊगंज, नईगढ़ी, हनुमना, देवतालाब इस जिले में रहेंगी। रीवा जिले की नईगढ़ी तहसील के 382 गांव, मऊगंज के 343 गांव, हनुमना के 341 गांव शामिल होंगे, देवतालाब नई तहसील बनेगी, जो नए जिले मऊगंज में शामिल की जाएगी।

लम्बे संघर्ष का परिणाम

बता दें की मऊगंज को जिला बनाए जाने को लेकर लगभग 15 साल से संघर्ष जारी है। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वर्ष 2008 में एक बार जिला बनाए जाने को लेकर घोषणा कर चुके हैं लेकिन तब किन्हीं कारणों से जिला नहीं बन सका। अब यहाँ के लोगो का सपना पूरा हुआ और नए जिले की घोषणा हो गई है।

बता दें की वर्तमान में रीवा जिले में कुल 2817 गांव हैं। 12 तहसीलें 357 पटवारी हल्के, 42 राजस्व निरीक्षक मंडल हैं। रीवा जिला मुख्यालय से मऊगंज की दूरी 65 किलोमीटर है। तहसील हनुमना जिला मुख्यालय से लगभग 105 किलोमीटर है। इस कारण प्रशासनिक नियंत्रण एवं अन्य सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए मऊगंज को जिला बनाए जाने का औचित्य समझा गया है। देवतालाब को भी तहसील बना कर मऊगंज जिले में जोड़ा जायेगा। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दी है।

प्रदेश में कब बदली स्थिति

बताया गया है कि 1956 में प्रदेश के गठन के समय कुल 43 जिले थे। 1972 में 2 जिले बनाए जाने पर जिलों की संख्या बढ़कर 45 हो गई। 1998 में दिग्विजय सिंह सरकार ने एक साथ 16 जिले बनाए। मिजससे मप्र में कुल जिलों की संख्या 61 हो गई।

16 जो नए जिले बनाए गए थे उनमें से 7 जिले वर्तमान समय में मप्र में है। 2000 में मप्र से छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाया गया और 16 जिले नए राज्य को दिए गए। इस प्रकार मप्र में जिलों की संख्या पुनः 45 हो गई।

2003 में तत्कालीन सीएम उमा भारती ने तीन नए जिले अनूपपुर, बुरहानपुर व अशोक नगर बनाए। जिससे जिलों की संख्या बढ़कर 48 हो गई। 2008 में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अलीराजपुर और सिंगरौली दो नए जिले बना दिए। जिससे जिलों की संख्या बढ़कर 50 हो गई।

सीएम शिवराज सिंह ने 16 अगस्त 2013 में एक नया जिला आगर मालवा और अक्टूबर 2018 में एक और नया जिला निवाड़ी बनाया। जिससे मप्र में जिलों की संख्या बढ़कर 52 हो गई।

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