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एमपी के पन्ना में मजदूर की चमकी किस्मत, मिला 70 लाख का बेशकीमती हीरा
Panna MP News: अगर हीरे की बात की जाए तो बुंदेलखंड के पन्ना की धरती देश और दुनिया में मशहूर है। लोग यहां खुदाई करके हीरे की तलाश करते है, हांलाकि हीरा उन्ही के हाथों लगता है, जिसकी किस्मत प्रबल होती है और ऐसे ही लोगो में पन्ना जिले के झरकुआ गांव के निवासी प्रताप सिंह यादव भी शामिल हो गए है।
70 लाख रूपये कीमती है हीरा
बताया जाता है कि प्रताप सिंह यादव कृष्ण कल्याणपुर की उथली खदान में खुदाई का काम कर रहे थें। जहां उन्हे बुधवार को 11.88 कैरेट का हीरा मिला है। इसकी अनुमानित कीमत 60 से 70 लाख रुपए आंकी जा रही है।
30 किमी है गांव
प्रताप सिंह यादव मूलतः पन्ना जिले के रहने वाले है और वे जिला मुख्यालय महज 30 किलोमीटर दूर स्तिथ झरकुआ गांव के निवासी है। वे पेशे से मजदूर है और खेती का काम करते है। कुछ समय पहले उन्होंने कृष्ण कल्याणपुर पटी में खदान की स्वीकृति ली। कड़ी धूप में मेहनत कर हीरे की तलाश की। आखिरकार उनकी किस्मत बुधवार को चमक गई। वह हीरा लेकर कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने हीरा जमा करवा दिया है।
मिला उच्च क्वालिटी का हीरा
मजदूर को धरती से जो उज्जवल हीरा मिला है। वह उच्च क्वालिटी का है। जानकारों का कहना है कि हीरे तीन प्रकार के होते हैं। पहला- उज्ज्वल/जेम, दूसरा- मैलो और तीसरा- मटठो। सबसे ज्यादा भाव जेम क्वालिटी के हीरे को मिलता है। यह बिल्कुल सफेद होता है। सूरत के सराफा बाजार में 8 लाख रुपए औसत एक कैरेट हीरे की कीमत होती है, जो शुद्ध मात्रा में होता है। पन्ना जिले की नीलामी में 4 लाख रुपए औसत बोली लगाई जाती है। यह पूरी तरह शुद्ध नहीं होता। मेलो यानी ब्राउन और मट्ठो यानी काला होता है।
मजदूर को मिलेंगे 50 लाख
मजदूर प्रताप को भी उज्ज्वल किस्म का हीरा मिला है। अब इस हीरे को आगामी नीलामी में रखा जाएगा। जिसके बाद नीलामी में मिलने वाली रकम में से 12 प्रतिशत शासन की रॉयल्टी व 1 प्रतिशत टैक्स काटकर बाकी राशि प्रताप सिंह के बैंक खाते में डाल दी जाएगी। माना जा रहा है कि 60 से 70 लाख रुपए से अधिक में हीरा नीलाम होने पर उसे करीब 50 लाख रुपए मिलेंगे।
बिज़नेस और बच्चो की पढ़ाई में करेगा खर्च
हीरा पाने वाले प्रताप सिंह यादव का कहना है कि भगवान जुगल किशोर जी की कृपा से उन्हें यह हीरा मिला है। अब परिवार की स्थिति में सुधार आएगा। कुछ धंधा पानी किया जाएगा। बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए अच्छे स्कूलों में पढ़ाएंगे।
ऐसे मिलती है जमीन
सरकार की तरफ से पन्ना की जमीन में खदुई करने के लिए आवेदन फॉर्म के साथ तीन फोटो, आधार कार्ड की कॉपी और 200 रुपए का बैंक चालान पन्ना की ैठप् शाखा में जमा करना होता है। चालान की एक कॉपी कार्यालय में भी जमा कराना पड़ती है। इसके बाद 20 दिन के अंदर पट्टा मिल जाता है।
8 बाई 8 की दी जाती है जमीन
कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद 8 बाई 8 की जमीन हीरा कार्यालय के द्वारा जारी की जाती है। जिसके बाद मिट्टी को छांटकर बाहर फेंक दिया जाता है। पथरीली मिट्टी को पानी में धोते हैं। इसके बाद सुखाकर इसकी छनाई की जाती है। उसी में से हीरे निकलते हैं जो कि किस्मत और मेहनत का खेल है।
हीरा अधिकारी करवाते है नीलामी की प्रक्रिया
हीरा मिलने पर इसे हीरा कार्यालय में जमा कराना होता है। वहां से बाकायदा नीलामी की प्रक्रिया होती है, जिसमें देश के बड़े कारोबारी हीरे की बोली लगाते है। जिस रेट पर हीरा की बोली लगती है, उसकी 12 प्रतिशत राशि सरकार टैक्स के रूप में जमा करके शेष रूपये हीरा की तलाश करने वाले को दे देती है। बताया जाता है कि प्रत्येक 3 माह में हीरा के नीलामी की प्रक्रिया की जाती है।