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Jabalpur Agniveer Fraud: अग्निवीर भर्ती में पैसा वसूलते पकड़ा गया सीधी का युवक, आर्मी इंटेलिजेंस ने की कार्यवाही
Jabalpur Agniveer Bharti Fraud News In Hindi: इन दिनों देश के हर प्रदेश के कई जिलों में अग्निवीर भर्ती (Agniveer Bharti) की प्रक्रिया चल रही है। इस बड़ी भर्ती में कुछ दलाल भी सक्रिय हो चुके हैं। जो अपनी दुकानदारी चलाने मे लगे हुए हैं। लेकिन आर्मी इंटेलिजेंस (Army Intelligence) पूरी तरह सतर्क है। जबलपुर में हो रही अग्निपथ भर्ती (Jabalpur Agniveer Bharti) में आए अभ्यर्थियों से वसूली का मामला सामने आया है। इस पर कार्यवाही करते हुए आर्मी इंटेलिजेंस ने मध्य प्रदेश के सीधी जिले (Sidhi District) के रहने वाले राहुल सिंह चौहान को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार आर्मी इंटेलिजेंस को सूचना मिली कि एक युवक सैनिक की भर्ती में रेलवे स्टेशन जबलपुर के आसपास घूम रहा है। वह अग्निवीर भर्ती में शामिल होने के लिए आने वाले अभ्यर्थियों से धोखाधड़ी कर रहा है (Agniveer Bharti Fraud)। लोगों को भर्ती करवा देने के नाम पर अवैध रुपए की वसूली में लगा हुआ है। इस जानकारी के बाद आर्मी इंटेलिजेंस ने जांच करते हुए कार्यवाही की और आरोपी राहुल सिंह चौहान को धर दबोचा।
थाने पहुंचा मामला
जानकारी के अनुसार आरोपी राहुल सिंह चौहान मध्य प्रदेश सीधी जिले का रहने वाला है। आर्मी इंटेलिजेंस ने आरोपी को पकड़कर गोरा बाजार थाना पुलिस (Gora Bajar Thana) के हवाले कर दिया है। पुलिस उससे सख्ती से पूछताछ कर रही है।
जांच में किया गुमराह
बताया जाता है कि आरोपी राहुल सिंह से पूछताछ के दौरान वह सही जानकारी नहीं दे रहा था। पुलिस को काफी भ्रमित करने का प्रयास किया। अंत में पुलिस ने हकीकत का पता लगा ही लिया। पकड़े गए आरोपी ने पहले अपने आपको कोर आफ सिगनल से रिटायर होने का दावा किया। साथ ही बताया कि वह सेना अस्पताल जबलपुर से जुड़ा हुआ है। लेकिन जब इस बात की जांच की गई तो पता चला कि यह पूरी तरह से गलत है।
आर्मी इंटेलिजेंस अपनी जानकारी के अनुसार आगे की कार्यवाही करते हुए जबलपुर मंडला स्थित एक होटल में तलाशी ली तो वहां आरोपी के रुकने की जानकारी मिली। वहीं कमरे की तलाशी लेने पर आधार कार्ड, सिग्नल की वर्दी में फोटो, सिग्नल की वर्दी में फौजी गाड़ी के साथ फोटो, कोविड-19 कार्ड और फौजी जवानों के साथ फोटो प्राप्त हुई।
जब इस पूरे मामले की जांच की गई तो उसकी बताई हर बात और मिले हुए प्रमाण पत्र झूठे निकले। पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी हुई है।