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अलग-थलग पड़ी उमा भारती, अब इनसे न कोई भाजपा का नेता बात करेगा न मुलाकात
भाजपा की वरिष्ठ और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अब भाजपा संगठन के निर्णय से घिरती हुई नजर आ रही हैं। मध्यप्रदेश में शराबबंदी केन्द्र के 72 पावर प्राजेक्ट को लेकर उमा भारती ने कई बयान दिये। इनके द्वारा कई बार सार्वजनिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन भी किया गया। विरोध के दौरान इन्होंने शराब की दुकान के सामने जानवरों का गोबर भी डाला था। अब भी शराबबंदी को लेकर प्रदेश में कोई भी निर्णय नहीं लिया गया। हाल के दिनों में उमा भारती ने आंदोलन की चेतावनी दी थी। जिसका मध्यप्रदेश के संगठन ने केंद्रीय संगठन के पास कड़ा विरोध दर्ज करवाया था। शायद इसी वजह से अब उमा भारती के लिए विशेष फरमान जारी किया गया है।
फरमान हुआ जारी
मध्य प्रदेश भाजपा संगठन के विरोध दर्ज करवाने के बाद भाजपा ने निर्णय लिया है कि अब कोई भी पार्टी का नेता उमा भारती से न तो बोलेगा और न ही पार्टी फोरम पर किसी तरह से मुलाकात करेगा। साथ ही बताया गया है भारती के कार्यक्रम में कोई शामिल होगा। यह फरमान गुप्त तरीके से अंदर ही अंदर सभी नेताओं को भिजवा दिया गया है। मीडिया या की अन्य किसी माध्यम के द्वारा इस बात का खुलासा नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि भीतर ही भीतर उमा भारती को अलग-थलग करने ब्रह्मास्त्र छोड़ दिया गया है।
केंद्रीय नेतृत्व को भी छेड़ा
हिमालय क्षेत्र से निकलने वाली गंगा सहित अन्य नदियों पर 72 पावर प्रोजेक्ट बनाए जाने हैं। इस पर उमा भारती ने केंद्र सरकार को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए थे। उमा भारती को केंद्र सरकार का छेड़ना पानी सर से ऊपर जाने के बराबर माना गया। तभी तो उमा भारती के लिए इस तरह के फरमान जारी किए गए हैं।
वही पता चलता है कि उमा भारती ने मध्यप्रदेश में शराबबंदी के लिए 2 अक्टूबर गांधी जयंती से आंदोलन की चेतावनी दी थी। उमा भारती की यह चेतावनी मध्य प्रदेश भाजपा संगठन के नेताओं को कतई राज नहीं आया। और भाजपा संगठन ने इसका कड़ा ऐतराज जताया।