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MP के सीधी में विशेषज्ञों को जांच में अमानक मिली धान, बोरियों में मिली बूसी, बालू और पत्थर
Sindhi MP News: सीधी जिले के धान खरीदी केन्द्र बघवार में अमानक धान पाए जाने की शिकायत के बाद धान खरीदी केन्द्र की जांच कराने का निर्देश कलेक्टर और उमाकांत उमराव प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग भोपाल द्वारा जांच कराई गई।
जांच टीम ने धान खरीदी केन्द्र बघवार एवं स्लोक गोदाम रामपुर में रखी अमानक धानों का परीक्षण किया। धान का परीक्षण करने के बाद धान 13 प्रतिशत अमानक पाई गई। धान की बोरियों में धान की बूसी, बालू पत्थर पाए गए।
जानकारी के अनुसार भोपाल एवं सीधी के जांच दलों द्वारा सर्वप्रथम स्लोक गोदाम रामपुर नैकिन में रखी धान का परीक्षण किया है। इसके बाद हनुमते महिला स्व सहायता समूह धान खरीदी केन्द्र बघवार का निरीक्षण किया गया। यहां भी अमानक धान पाई गई। इतना ही नहीं धान खरीदी केन्द्र बघवार से गोदाम भेजी गई धान का वजन भी काफी कम पाया गया। कई-कई बोरियों का वजन 30 से 33 किलो पाया गया था। जिसके कारण उक्त खरीदी केन्द्र के द्वारा अब तक भेजी गई धान में 95 क्विंटल धान की कमी पाई गई।
भोपाल-सतना और सीधी के विशेषज्ञों ने की जांच
धान खरीदी केन्द्र बघवार में अमानक पाई गई धान का परीक्षण करने भोपाल, सतना, सीधी के विशेषज्ञों की टीम धान खरीदी केन्द्र बघवार एवं स्लोक गोदाम रामपुर नैकिन में रखी धानों का परीक्षण किया गया। जिसमें व्यापक पैमाने पर धान अमानक पाई गई। इस संबंध में भोपाल से आए आरबी एसोशिएट के रिजनल कोआर्डिनेटर मो. शकील ने बताया कि शासन द्वारा क्षतिग्रस्त एवं बदरंग धान अमानक की सीमा 5 प्रतिशत तय की गई। गौरतलब है कि जांच में पाया गया क अधिकांश धान में कार्बनिक मापदंड 1 प्रतिशत के स्थान पर 4 प्रतिशत, अकार्बनिक 1 प्रतिशत के स्थान पर 5.5 प्रतिशत, क्षतिग्रस्त बदरंग, अंकुरित एवं घुने दाने 5 प्रतिशत के स्थान पर 13 प्रतिशत, अपरिपक्व कम्हाले एवं सिकुडे़ दाने 3 प्रतिशत के स्थानपर 7.2 प्रतिशत अमानक पाए गए।
सर्वेयर की लापरवाही
शासन द्वारा प्रत्येक गोदामों में धान खरीदी केन्द्रों से गोदामों में आने वाली धान के बोरों के वजन एवं मानक परीक्षण के लिए सर्वेयर नियुक्त किया गया है। सर्वेयर धान की बोरियों का परीक्षण कर जो धान मानक एवं जिन बोरियो का वजन निर्धारित मात्रा में पाया जाता है उन्हीं धान की बोरियों को गोदाम के अंदर रखा जाता है। अमानक पाई जाने वाली धान अथवा जिन जिन बोरियों का सही वनज नहीं होता उन्हें वापस खरीदी केन्द्रों का भेज दिया जाता है।