मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी के आंकलन में नाकाम हुए स्वास्थ्य आयुक्त डॉ गोयल को पद से हटाया, इस तेज तर्रार IAS अफसर को सौंपी गई जिम्मेदारी

Aaryan Dwivedi
13 April 2021 2:21 AM IST
मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी के आंकलन में नाकाम हुए स्वास्थ्य आयुक्त डॉ गोयल को पद से हटाया, इस तेज तर्रार IAS अफसर को सौंपी गई जिम्मेदारी
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MP News in Hindi / भोपाल. राज्य में तेजी से बढ़ रहें कोरोना के मामले की गाज राज्य के स्वास्थ्य आयुक्त तथा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव डा. संजय गोयल (Dr Sanjay Goyal) पर गिरी है. शिवराज सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया है. उनके स्थान पर तेज तर्रार अफसर के रूप में अपनी छाप छोड़ने वाले आकाश त्रिपाठी (Akash Tripathi, IAS-1998) को जिम्मेदारी सौंपी गई है. 

MP News in Hindi / भोपाल. राज्य में तेजी से बढ़ रहें कोरोना के मामले की गाज राज्य के स्वास्थ्य आयुक्त तथा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव डा. संजय गोयल (Dr Sanjay Goyal) पर गिरी है. शिवराज सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया है. उनके स्थान पर तेज तर्रार अफसर के रूप में अपनी छाप छोड़ने वाले आकाश त्रिपाठी (Akash Tripathi, IAS-1998) को जिम्मेदारी सौंपी गई है.

बता दें स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के दर में अचानक से इजाफा हुआ है. इसका दोषी प्रदेश सरकार ने विभाग के उच्च अधिकारियों को माना है. माना जा रहा है जल्द ही अन्य अधिकारी भी इस नाकामी की वजह से नपने वाले हैं. ऐसे अधिकारियों को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है.

दूसरी लहर पीक पर आने के बाद खुली आँख

बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग को कोरोना के पहले लहर से सबक लेते हुए राज्य में इलाज और कोरोना संक्रमण के आंकलन की उचित व्यवस्था करनी थी. लेकिन जब दूसरी लहर अपने पीक पर आ गई तब स्वास्थ्य विभाग की आँखे खुली है.

इसका खामियाजा भी राज्य के स्वास्थ्य आयुक्त तथा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव डा. संजय गोयल को पद से हटकर भुगतना पड़ा है. उनकी जगह आकाश गोयल को जिम्मेदारी सौंपी गई है.

डा. गोयल को मंत्रालय में सचिव नियुक्त किया गया है. वहीं, अभी तक त्रिपाठी मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, जबलपुर में प्रबंध संचालक और ऊर्जा विभाग के सचिव थे. उनके पास पूर्व की जिम्मेदारी बतौर अतिरिक्त प्रभार रहेगी.

जो व्यवस्थाएं पहले करनी थी, उसे अब कर रहें थें

डॉ गोयल के पास समय रहते कोरोना से निपटने के पुख्ते इंतज़ाम करने थें, जिन कोविड केयर सेंटरों को अब बनाया जा रहा है उनकी व्यवस्था पहले करनी थी. अस्पतालों में बिस्तर, इंजेक्शन और आक्सीजन की उपलब्‍धता का निर्णय समय रहते नहीं लिया गया. जिसका खामियाजा अब पूरे राज्य के लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

स्वास्थ्य आयुक्त होते हुए डॉ गोयल के पास महामारी की दूसरी लहर से निपटने के इंतजाम करने का पर्याप्त समय था, उन्हें इसके लिए कार्ययोजना बनानी थी, लेकिन वे इसमें नाकाम रहे. अब, जबकि प्रदेश में संक्रमण दर काफी ज्यादा हो गई है, तब इनके इंतजाम के लिए आपाधापी मची है.

तेज तर्रार IAS अफसर आकाश त्रिपाठी को मिली जिम्मेदारी

उनके स्थान पर 1998 बैच के IAS अधिकारी आकाश त्रिपाठी को जिम्मेदारी सौंपी गई है. आकाश राज्य के तेज तर्रार और सटीक निर्णय लेने वाले अफसरों में से एक हैं. उनकी छवि सकारात्मक नतीजे देने वालों में से है. सरकार ने उन पर भरोसा जताते हुए कोरोना महामारी से निपटने की जिम्मेदारी सौंपी है.

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