मध्यप्रदेश

एमपी के 100 गांवों में बनेंगे होम स्टे, भागदौड़ भरे जीवन में बिता सकेंगे सुकून के दिन

Sanjay Patel
7 April 2023 3:58 PM IST
एमपी के 100 गांवों में बनेंगे होम स्टे, भागदौड़ भरे जीवन में बिता सकेंगे सुकून के दिन
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MP News: मध्यप्रदेश के सौ गांवों में होम स्टे बनाए जाने हैं। जिससे नर्मदा नदी के किनारे पर्यटन को बढ़ावा मिल सकेगा। इनके बन जाने से पर्यटक ग्रामीण संस्कृति से जुड़ सकेंगे।

मध्यप्रदेश के सौ गांवों में होम स्टे बनाए जाने हैं। जिससे नर्मदा नदी के किनारे पर्यटन को बढ़ावा मिल सकेगा। इनके बन जाने से पर्यटक ग्रामीण संस्कृति से जुड़ सकेंगे। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में पर्यटक सुकून के दिन बिता सकें इस मंशा से होम स्टे का निर्माण करवाया जाएगा। यहां पर्यटकों को चूल्हे की रोटी और स्थानीय सब्जी के साथ ही चटकी का जायका भी मिलेगा।

एक वर्ष में पूरा होगा काम

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नर्मदा नदी के किनारे होम स्टे बनाए जाएंगे। हर ग्राम पंचायत में 6 से अधिक होम स्टे का निर्माण होगा। नर्मदा नदी के किनारे गांवों का चयन कर लिया गया है। जिसमें हरदा के हंडिया और देवास के बजवाड़ा, मंडलेश्वर, गोला गुटान, टिपरास गांव में होम स्टे बन रहे हैं। इनके माध्यम से जिले में पर्यटन के साथ ही देसी भाषा, ग्रामीण परिवेश, अध्यात्म, स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा मिल सकेगा। वर्तमान चकाचौंध व भागदौड़ भरे जीवन में सुकून के दिन बिताने दूसरे प्रदेशों के लोग होम स्टे कर सकेंगे। इसका निर्माण कार्य एक साल में पूरा होने की उम्मीद है। जिसके लिए एमपी टूरिज्म 800 वर्गफीट के होम स्टे बनाने के लिए दो लाख रुपए प्रोत्साहन राशि दे रहा है। इनके बन जाने से प्रदेश में रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।

चूल्हे की रोटी के साथ चटनी का मिलेगा जायका

इन होम स्टे में पर्यटकों को चूल्हे की रोटी व स्थानीय सब्जी के साथ ही चटनी का भी जायका मिलेगा। जिसके लिए हाल ही में मुंबई के टूर आपरेटर्स ने भी हंडिया, नेमावर का दौरा किया। जिसमें उनके द्वारा रिद्धनाथ, सिद्धानाथ, जोगा, शिवकरुणा धाम आश्रम सहित नर्मदा तट पर बने प्राचीन मंदिरों का अवलोकन किया। इसके माध्यम से अध्यात्म, धर्म और संस्कृति से लोगों का जुड़ाव होगा। भागदौड़ भरे जीवन में सुकून के दिन यहां पर बिताए जा सकेंगे। इसके साथ ही आसपास के र्प्यटन व धार्मिक स्थलों का पर्यटक दीदार भी कर सकेंगे। नर्मदा नदी के किनारे बन रहे होम स्टे में प्लिंथ लेवल तक काम ईंट व सीमेंट से कराया जाएगा। जिसके बाद चूने से जुड़ाई होगी। जिससे इसके अंदर ठहरने वालों को कम गर्मी महसूस होगी। यहां पर बिजली कनेक्शन तो रहेगा किंतु एसी और फ्रिज उपलब्ध नहीं रहेगी।

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