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एमपी में बाढ़ का कहर, 11 जिलों के स्कूल बंद, बांधों के खोले गए फाटक
MP Flood News: मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के 27 जिलों का हाल बेहाल है। नदियां उफान पर हैं। वहीं बांधों में लबालब पानी भरा हुआ है। एहतियाद के तौर पर बांधों से पानी निकाला जा रहा है। जगह-जगह जलभराव होने से 23 अगस्त को भी स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में निचले इलाकों रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए कहा गया है।
आज के लिए भी अलर्ट जारी
मध्य प्रदेश के 39 जिलों में आज भी भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग नहीं है इन सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। प्रशासन बारिश की स्थिति को देखते हुए व्यवस्था बनाने में जुटा हुआ है। स्थानीय लोगों से अपील कर ऊंचे स्थानों में जाने के लिए कहा गया है।
स्कूलों में अवकाश
भारी बारिश के अलर्ट के बीच राजधानी भोपाल, हरदा, सिहोर, रतलाम उज्जैन और इंदौर समेत 11 जिलों में स्कूल बंद करने का क्या है। 23 अगस्त यह स्कूल बंद रहेंगे। वही बारिश और बाढ़ के पानी को देखते हुए सीहोर में 24 अगस्त तक स्कूल बंद रहेंगे।
भोपाल कलेक्टर ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। जारी आदेश में कहा गया है कि बारिश की वजह से मंगलवार 23 अगस्त को भोपाल के समस्त शासकीय तथा अशासकीय विद्यालयों में अवकाश रहेगा।
नदी नाले उफान पर
लगातार हो रही बारिश से मध्यप्रदेश में बहने वाले ज्यादातर नदी नाले उफान पर हैं। जानकारी के अनुसार नर्मदा, चंबल, शिवना, कालीसिंध, पार्वती, बेतवा तथा क्षिप्रा जैसे नदियां उफान पर हैं। वही छोटे-मोटे नाले भी बड़ी नदी का रूप ले चुके हैं। छोटे नदी नालों में बने पुल जलमग्न है। लोगों से अपील की गई है कि रपटा पुल पर पानी होने पर उन्हें पार करने का खतरा मोल ना ले। अन्यथा हादसा हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक सुखतवा नदी उफान पर आने से अबेदुल्लागंज बैतूल नेशनल हाईवे सोमवार 4 बजे से बंद कर दिया गया है। वही भोपाल के कलियासोत नदी के हालात खराब है। कोलार, केरवा और भदभदा डैम ओवरफ्लो है। ऐसे में इनके सभी फाटक खोले गए हैं।
रेस्क्यू करने में जुटा प्रशासन
राजधानी भोपाल के नजदीकी 2 गांव टापू बन गए हैं। गांव में पानी भर जाने से करीब 300 लोग फंसे हुए हैं। इन्हें निकालने के लिए प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है। ज्यादातर लोगों को ऊंचाई पर भेजने तथा राहत शिविर संचालित करने का कार्य चल रहा है। वही शहर के मोहल्लों में पानी भर जाने से लोगों को सुरक्षित स्थान में जाने के लिए आगाह किया गया है।
खोले गये बांधों के फाटक
भोपाल के केरवा के आठ के आठ, कलियासोत के 13, विदिशा के 10, अशोकनगर के राजघाट के 18 में से 16 गेट खोले गए हैं। जबकि नर्मदा बेसिन के बरगी डैम के 21 में से 17, बरना डैम के छह, तवा डैम के 13, इंदिरा सागर बांध के 12 और ओमकारेश्वर डैम के 18 गेट खोले गए हैं। बांधों से पानी छोडने के पूर्व निचले स्तरों का जायजा लिया गया था। निचले स्थानों में रह रहे लोगो के कोई परेशानी न हो इस बात का ध्यान रखते हुए बाधो से एक एक कर फटक खोलकर पानी निलकाला जा रहा है।