मध्यप्रदेश

एमपी में बीपीएड डिग्रीधारी खिलाड़ियों के भविष्य पर संकट, शिक्षकों से खेल प्रशिक्षक का कराया जा रहा कार्य

MP School News
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मध्य प्रदेश में बीपीएड, बीपीईएस और एमपीएड के डिग्रीधारियों का भविष्य खतरे में है।

मध्य प्रदेश में बीपीएड, बीपीईएस और एमपीएड के डिग्रीधारियों का भविष्य खतरे में है। स्थिति यह है कि शिक्षकों से खेल प्रशिक्षक कार्य कराया जा रहा है। इस समस्या के निराकरण को लेकर खेलों से जुडे़ बीपीएड संघ सागर की बैठक सिविल लाइंस में आयोजित की गई। बैठक में समस्याओं के निराकरण को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया।

बताया गया है कि 2008 से शिक्षा विभाग में पीटीआई यानि व्यायाम शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गई। व्यायाम शिक्षक आज भी भर्ती के इंतजार में बैठे हुए हैं। योग्य व्यायाम शिक्षक ओवरएज हो गए हैं। राज्य शासन 5 दिन की ट्रेनिंग देकर जो प्रभारी खेल शिक्षक बना रहा है उस प्रक्रिया पर रोक लगाई जाय।

2018 में हुई अतिथि खेल प्रशिक्षक की भर्ती के ऑनलाइन आवेदन भराकर आज तक कोई जानकारी नहीं दी गई। लाखों रूपए खर्च करने और डिग्री प्राप्त करने के बाद भी युवा बेरोजगार बैठे हुए हैं। अन्य राज्य में हर दो वर्ष में व्यायाम शिक्षक की भर्ती होती है। जबकि मध्यप्रदेश में 15 साल से भर्ती नहीं हुई। जब केन्द्रीय विद्यालय में पीजीटी और पीटीआई की भर्ती निकाली जाती है तो राज्य शासन शिक्षा विभाग में क्यों नहीं निकालता। बीपीएड संघ सागर के नेतृत्व में संपन्न हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि पीईबी द्वारा व्यायाम शिक्षक की भर्ती को लेकर शंखनाद करते हुए ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया।

Suyash Dubey | रीवा रियासत

Suyash Dubey | रीवा रियासत

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