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राजधानी भोपाल में कांग्रेस के शक्ति प्रदर्शन में कार्यकर्ता बेहोश: बैरिकेड तोड़े, पुलिस ने वाटर कैनन से खदेड़ा, जीतू पटवारी समेत 50 कार्यकर्ता गिरफ्तार
महंगाई, बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों को लेकर भोपाल में आज कांग्रेस ने शक्ति प्रदर्शन किया। राजभवन घेरने निकले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को वाटर कैनन से पुलिस ने खदेड़ा। इस दौरान बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने के प्रयास में कुछ कार्यकर्ता घायल भी हुए हैं। कांग्रेस का यह शक्ति प्रदर्शन दो घंटे तक चला। विधायक जीतू पटवारी, कुणाल चौधरी समेत 50 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
वाटर कैनन से प्रेशर मारकर पीछे खदेड़ा
शक्ति प्रदर्शन के दौरान पूर्व सीएम कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह सहित अन्य बड़े नेता ट्रक पर सवार होकर आगे बढ़े। रंगमहल चौराहे से 100 मीटर आगे पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग की गई थी। यहां पहुंचे कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस से बहस करने के साथ ही बैरिकेड पर चढ़ गए। इस बैरिकेड को वह तोड़ पाते इसके पूर्व ही पुलिस ने वाटर कैनन से पानी का तेज प्रेशर मारकर उनको पीछे की ओर खदेड़ा गया। इस दौरान सतना से पहुंचा एक कार्यकर्ता बेहोश हो गया जबकि भिंड युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ. राजकुमार के हाथ में चोट पहुंची है। मौके से गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं को बसों में भरकर पुलिस प्रदर्शन स्थल से ले गई।
कमलनाथ ने कहा एमपी में हर वर्ग परेशान
पैदल मार्च प्रारंभ होने से पूर्व जवाहर चौक में सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में हर वर्ग परेशान है। भटकता नौजवान, दुखी किसान, व्यापारी सब परेशान हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा सबसे बड़ी परीक्षा अगले 6 महीने में आपकी निष्ठा की है। विश्वास है कि अगर जिस निष्ठा से आपने कांग्रेस का झंडा 18 साल उठाया है, आप अपनी कमर कस लें तो कोई नहीं रोक सकता। यह कांग्रेस की नहीं मध्यप्रदेश के भविष्य की बात है।
इन मुद्दों पर किया प्रदर्शन
कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा यह प्रदर्शन देश में बढ़ती महंगाई, प्रदेश में व्याप्त बेरोजगारी, तनावग्रस्त किसान, अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा, अल्पसंख्यक वर्ग और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, मर्डर, ध्वस्त कानून व्यवस्था, लूट, डकैती सहित अन्य मुद्दों को लेकर किया गया। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी राजीव सिंह का कहना है कि केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा उद्योगपति गौतम अडानी के पक्ष में क्रोनी कैपिटलिज्म की नीति अपनाई है। जिसके बाद से गरीब और मध्यम वर्ग के करोड़ों भारतीयों की बचत खतरे में पड़ गई है।