मध्यप्रदेश

एमपी गजब है! मजबूरी ऐसी कि रात के घने अंधेरे में जंगल के बीच करानी पड़ी डिलेवरी

एमपी गजब है! मजबूरी ऐसी कि रात के घने अंधेरे में जंगल के बीच करानी पड़ी डिलेवरी
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Panna MP News: एमपी की कानून व्यवस्था दिन ब दिन पटरी से उतरती जा रही है। आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं।

Panna MP News: मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था दिन ब दिन पटरी से उतरती जा रही है। आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक महिला की अंधेरी रात में घने जंगल के बीच टार्च की रोशनी में डिलेवरी करानी पड़ी। फिलहाल महिला का ईलाज जिला चिकित्सालय में किया जा रहा है। यहां भर्ती महिला और उसके नवजात का ईलाज चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है।

बताया गया है कि जिला मुख्यालय से तकरीबन 100 किमी दूर शाहनगर के बनौली गांव की निवासी रेशमा आदिवासी को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। ग्रामीणों द्वारा इस संबंध में 108 एम्बुलेंस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची एम्बुलेंस द्वारा महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहनगर ले जाया जा रहा था। लेकिन जैसे ही एम्बुलेंस शाहनगर जंगल के बीच पहुंची अचानक एम्बुलेंस का पेट्रोल समाप्त हो गया। एक बार जो एंबुलेंस बंद हुई तो दोबारा शुरू ही नहीं हो पाई।

जंगल में बच्ची का जन्म

बताया गया है कि दूसरे वाहन की व्यवस्था न होने और महिला के बढ़ते दर्द को देखते हुए आशा कार्यकर्ता के साथ मिल कर परिजनांे ने जंगल के बीच टार्च की रोशनी में महिला की डिलेवरी कराने का निर्णय लिया। आखिरकार डर और चिंता के बीच महिला की डिलेवरी कराई गई। महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। देर रात परिजनों ने एक निजी वाहन को मौके पर बुलाया। जिसके बाद परिजन महिला को लेकर अस्पताल गए।

वर्जन

मुझे घटना के संबंध में जानकारी नहीं है। अगर ऐसी कोई बात सामने आ रही है तो मामले की जांच कराई जाएगी। जांच मंे दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

वीएस उपाध्याय, सीएमएचओ पन्ना

Suyash Dubey | रीवा रियासत

Suyash Dubey | रीवा रियासत

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