- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- Civil Service Day:...
Civil Service Day: सीएम शिवराज ने आईएएस-आईपीएस अफसरों को दी नसीहत, कहा दो मिनट में सब सही कर दूंगा इस अहंकार से दूर रहें
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिविल सर्विस डे पर आज प्रशासन अकादमी भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान आईएएस और आईपीएस अफसरों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि मैं आईएएस हूं दो मिनट में सब सही कर दूंगा इस अहंकार से दूर रहना चाहिए। कहते हैं कि घमंडी का सिर नीचे होता है यह आज भी दस प्रतिशत सही है। उन्होंने कहा कि अफसर जनता की सेवा के लिए हैं सबको अहंकार शून्य होना चाहिए।
सीएम हेल्प लाइन में सुधार की जरूरत
भोपाल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम हेल्प लाइन में अब सुधार की आवश्यकता है। कुछ लोग इसका दुरुपयोग कर रहे हैं। कई बार लोग परेशान करने के लिए जनप्रतिनिधियों, सरपंच की शिकायत करवा देते हैं जिससे जांच हो जाए। फंसेगा तो उसे ब्लैकमेल करो। शिकायत बंद कराने के लिए ब्लैकमेल करने के लफड़े शुरू हो गए। उन्होंने कहा कि हम टेक्नोलॉजी से दूर नहीं रह सकते किंतु हमें विश्लेषण करना चाहिए।
जनता और प्रशासन के बीच दूरी की खत्म
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने मध्यप्रदेश में जनता और प्रशासन के बीच की दूरी खत्म कर दी। कई राज्यों में तो कलेक्टर से मिलना बड़ी बात होती है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर साहब तो लाटसाब हैं, कैसे मिलें। यह हमने मध्यप्रदेश में खत्म कर दिया। हमारे यहां लोग बेहिचक कलेक्टर और एसपी से मिलते हैं। मध्यप्रदेश के लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि कई बार सोचता हूं तो यहां केवल 71 हजार किलोमीटर टूटी सड़कें हुआ करती थीं। एमपी का बजट आज 3 लाख 14 हजार करोड़ पहुंच गया है। हमारे पास संसाधन और रिसोर्स हैं। मध्यप्रदेश कभी बीमारू राज्य कहलाता था। मैं टीम को बधाई देना चाहता हूं। हमने मध्यप्रदेश को विकसित और समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मुख्य सचिव ने भी किया संबोधित
कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस ने कहा कि हमें इस बात पर मनन करना होगा कि हम क्या थे, क्या हैं और आगे क्या होंगे। सिविल सर्विस की लंबी परंपरा देश में रही है। इसका इतिहास, उपलब्धियां और सफलताओं को सेलिब्रेट करने के लिए इस दिन का आयोजन करते हैं। उन्होंने कहा कि यह दिन मूलतः लोकसेवा में हमारी उत्कृष्टता को दोहराने का दिन है। हमारी प्रशासनिक व्यवस्था डटकर हर चुनौती का मुकाबला करती है। हमने हर टास्क को अपेक्षाओं पर खरा उतारा है।