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लाड़ली लक्ष्मी योजना में सीएम का बड़ा ऐलान, एमपी के सभी कॉलेजी छात्राओं को 25 हजार की स्कॉलरशिप
लाड़ली लक्ष्मी योजना में सीएम का बड़ा ऐलान, एमपी के सभी कॉलेजी छात्राओं को 25 हजार की स्कॉलरशिप
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (MP CM Shivraj Singh Chouhan) ने लाड़ली लक्ष्मी उत्सव (Ladli Laxmi Utsava) के दौरान बड़े ऐलान किए हैं। सीएम शिवराज का कहना है की लाडली लक्ष्मी योजना (Ladali Laxmi Yojana) सिर्फ एक योजना नहीं है। यह उनके भाव है। बेटियों को सशक्त बनाना उनके जीवन की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
लाड़ली लक्ष्मी उत्सव कार्यक्रम के दौरान सीएम ने बेटियों की पूजा की। सीएम ने ऐलान करते हुए कहा कॉलेज में पढ़ने वाली सभी बेटियों को 25 हजार रुपए की स्कॉलरशिप दी जाएगी तो वही डॉक्टरी और इंजीनियरिंग सहित मैनेजमेंट की पढ़ाई का खर्चा सरकर उठाएगी। साथ ही उन्होंने लाडली लक्ष्मी पोर्टल शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
लाड़लियों के लिए सीएम का ऐलान
लाड़ली लक्ष्मी उत्सव कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि सरकारी के साथ ही निजी कॉलेज में पढ़ने वाली सभी छात्राओं की 25,000 रुपए की स्कॉलरशिप दी जाएगी। वही एमबीबीएस, आईआईएम, बीई और आईआईटी कोर्स करने वाली लड़कियों की पूरी फीस सरकार द्वारा भरी जाएगी।
- कैरियर काउंसलिंग, ट्रेनिंग, कोचिंग, जन्म के समय प्रमाण पत्र, पोषण और टीकाकरण का प्रबंध किया जाएगा।
- जिन गांवों में बेटियों की संख्या ज्यादा होगी उस गांव को बेटी फ्रेंडली गांव घोषित किया जाएगा।
- प्राइवेट जॉब में बेटियों को प्राथमिकता दी जाए जाएगा।
- बेटियो द्वारा उद्योग स्थापित करने पर ट्रेनिंग के साथ ही लोन की व्यवस्था सरकार द्वारा कराई जाएगी।
बेटियों के लिए है यह सुविधाएं
- प्रदेश में बेटियों के महत्व को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने निश्चित किया है हर सरकारी कार्यक्रम की शुरुआत कन्या पूजन के साथ किया जाए।
- देश का मध्य प्रदेश पहला ऐसा राज्य है जहां बेटियों के साथ दुष्कर्म करने वाले को फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है।
- लापता बेटियों का पता लगाने के लिए मुस्कान अभियान। इस अभियान के तहत 10 हजार बेटियों को दुष्टो के चंगुल से छुड़ाया गया।
- बेटियों के लिए पंख अभियान जिसमें किशोरियों के सुरक्षा पोषण स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता जाती है।
- प्रदेश के 311 विकास खंडों में बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने अपराजिता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा चुका है।
- 25 हजार बालिकाओं को जूडो-कराटे एवं ताइक्वांडो का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।