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MP में रिश्वतखोरो का बोलबाला, ग्वालियर में प्रोफेसर तो शहपुरा में परियोजना अधिकारी घूंस लेते ट्रेप, जानिए!

Sidhi MP Lokayukta
MP: रिश्वत के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद भी सरकारी नौकर शाहों में रिश्वत का मोह कम होने का नाम नही ले रहा है और उनके हाथ रिश्वत के रंग से रग रहे है। 24 घंटे के अतंराल में एमपी के दो स्थानों में रिश्वत के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
प्रोफेसर-छात्र से ले रहा था 10 हजार रूपये
एमपी के ग्वालियर में ईओडब्ल्यू की टीम ने शासकीय विजयाराजे सिंधिया कन्या महाविद्यालय मुरार में नृत्य विभाग के प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. बीडी माणिक उर्फ भगवानदास को 10 हजार रूपये की रिश्वत लेते पकड़ा है। यह कार्रवाई उनके घर मनोहर इन्क्लेव सिटी सेंटर में की गई है।
बताया जा रहा है कि प्रोफेसर ने अपने एक शोधार्थी छात्र से पीएचडी की थीसिस अप्रूव करने के बदले 51 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। तीन किश्तों में रुपए देना तय हुआ। मंगलवार को प्रोफेसर के घर पर छात्र पहली किश्त 10 हजार रुपए लेकर पहुंचा था। प्रोफेसर ने जैसे ही रुपए लेकर जेब में रखे वहां मौजूद ईओडब्ल्यू की टीम ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली के छात्र ने की थी शिकायत
ईओडब्ल्यू अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली नजफगढ़ निवासी अवनीश कुमार ने प्रोफेसर के द्वारा मांगी गई रिश्वत की शिकायत की थी। अवनीश और प्रोफेसर के बीच लेनदेन की ऑडियो टेप एवं शिकायत के आधार पर ईओडब्ल्यू की टीम ने प्रोफेसर डॉ. माणिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और उसे ट्रैप करने की कार्रवाई की।
प्रोफेसर पर छात्र ने दुर्व्यहार का भी लगाया आरोप
शिकायत कर्त्ता छात्र का आरोप है कि प्रोफेसर बीडी माणिक के दुर्व्यवहार से वह काफी दुखी था और उसने रिश्वत की शिकायत करने की ठान ली। वही टीम को देखने के बाद प्रोफेसर और उनका परिवार मौन साधान में रहा और वह कुछ भी नही बोल पाया।
बताया गया है कि प्रोफेसर को नृत्य और तबला के लिए कई स्थानीय और रीजनल कार्यक्रम में सम्मान भी मिला है और वे राज्य स्तर पर भी सम्मानित हो चुके है।
परियोजना अधिकारी 20 हजार लेते ट्रेप
इसी तरह रिश्वत के खिलाफ एक अन्य कार्रवाई एमपी के शहपुरा में लोकायुक्त ने की है और 20 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी सत्येन्द्र भलावी को ट्रेप किया है। बताया गया है कि ऑगनबाड़ी की तेजस्वनी जागृति समूह के देवेश कुमार से परियोजना अधिकारी के द्वारा बिल भुगतान के एवज में रिश्वत ली जा रही थी।
लोकायुक्त जबलपुर के अधिकारियों ने बताया कि समूह के देवेश कुमार ने शिकायत किया था कि 125 ऑगनबाड़ी केन्द्र के लिए समूह के द्वारा बच्चों को नाश्ता आदि की सप्लाई की गई है। उसका बिल 1 लाख 84 हजार रूपये भुगतान करने के एवज में परियोजना अधिकारी सत्येन्द्र भलावी ने उनसे रिश्वत की माग की है। जिस पर जबलपुर लोकायुक्त के एसपी ने टीम बनाकर शहपुरा में यह कार्रवाई की है।
छत पर चढ़ गया था अधिकारी
रिश्वत को लेकर परियोजना अधिकारी की सूझबूझ भी काम नही आई। जानकारी के तहत समूह संचालक देवेश कुमार उनके घर रिश्वत के रूपये लेकर देने के लिए पहुचा तो वे छत पर चढ़ गए और कमरे में रूपये रख देने की बात कहीं। जिसके चलते लोकायुक्त की टीम उनका इंतजार करती रही और वे जैसे ही नीचे उतर कर रिश्वत के रूपये हाथ में लिए तो टीम ने उन्हे पकड़ लिया। दोनो ही मामलो में भष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके कार्रवाई की गई है।