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राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच MP में 'कांग्रेस तोड़ो' की आशंका, 10 से 12 INC MLA भाजपा में जा सकते हैं
MP OPERATION LOTUS
इस माह मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' के प्रवेश करते ही एमपी कांग्रेस विधायकों को तोड़ने की तैयारी है. खबर है की 10-12 INC MLA भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं. इन विधायकों के भाजपा के संपर्क में होने की खबर है. हांलाकि एमपी भाजपा इस बात को सिरे से खारिज कर रही है. भाजपा का कहना है कि एमपी में ऑपरेशन लोटस जैसा कोई भी अभियान न चल रहा है और न ही चलने वाला है.
दरअसल, मध्यप्रदेश भाजपा की नजर उन 19 कांग्रेस एमएलए पर है, जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग की थी. इसके पहले एमपी कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा था कि भाजपा के कई विधायक उनके संपर्क में हैं. ये वे विधायक हैं जिन्हे भाजपा से टिकट नहीं मिलेगा, लेकिन कांग्रेस में हम उनका स्वागत करेंगे, हमारा संगठन उन्हें टिकट भी देगा.
राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ऑपरेशन लोटस के सवाल पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा की जिसको भी देश के लिए कुछ करना है वह भाजपा में रहकर कर सकता है. कोई भी व्यक्ति जिसे देश के लिए काम करना है वह किसी भी दल का हो सकता है. अगर वह भाजपा के साथ आकर कुछ करना चाहते हैं तो इसमें गलत क्या है. भाजपा का काम सकारात्मक राजनीति करना है.
साफ़ छवि के कांग्रेसियों को ही भाजपा में एंट्री मिलेगी- भूपेंद्र सिंह
शिवराज सरकार के नगरीय प्रशासन मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के कई लोग लगातार संपर्क में रहते हैं, जो साफ छवि के कांग्रेसी होंगे, उन पर विचार होगा. भाजपा अपनी ओर से ऑपरेशन लोट्स नहीं चलाती. उठापटक के बीच कांग्रेस भयभीत है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि हम कभी भी इस तरह की राजनीति नहीं करते. हमारे विचार से जो सहमत होकर आता है, हम उसका स्वागत करते हैं. हम किसी को लाने का प्रयास नहीं करते.
कांग्रेस में ऐसा कोई गद्दार नहीं जो पीठ में छुरा घोंपे - गोविंद सिंह
कांग्रेस नेताओं के भाजपा के संपर्क में होने के सवाल नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस में ऐसा कोई गद्दार नहीं है जो पीठ में छुरा घोंपे. हमारे नेता कमलनाथ इतने सक्षम है कि ऐसे लोगों को एक झटके में बाहर निकाल देते हैं. उन्हें वफादारों की जरूरत है, गद्दारों की नहीं.
कई जगह उठ रहे कांग्रेस के खिलाफ विरोध के स्वर
- कांग्रेस के जिन विधायकों के भाजपा में जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है, उनमें मालवा में इंदौर और उज्जैन से तीन विधायक हैं जो पार्टी से खासे नाराज चल रहे हैं. इनमें से एक की तो भाजपा से चर्चा हुई थी कि वे तीन विधायकों के साथ भाजपा में आना चाहते थे लेकिन उनके लिए तो रजामंदी थी, लेकिन दो का मामला अटक गया. इससे उनका भी भाजपा में जाना रुक गया था.
- निमाड़ में एक विधायक पहले ही खंडवा लोकसभा उपचुनाव के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ मंच साझा कर चुके हैं, लेकिन अभी भी वे विधानसभा में विधिवत कांग्रेस के ही विधायक हैं. तीन विधायकों में राहुल गांधी निमाड़ से मालवा में आएंगे तो इसी मार्ग के तीन अन्य विधायकों के भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
- महाकौशल और बुंदेलखंड से दो-दो और ग्वालियर-चंबल अंचल से एक विधायक की गतिविधियों पर कांग्रेस की नजर है. ये विधायक ऐसे हैं जो कांग्रेस की रीति-नीति के विरोध में मुखर होकर अपनी आवाज उठाते रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में 50 से ज्यादा पीसीसी डेलीगेट्स के वोट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़े शशि थरूर को मिले थे.