मध्यप्रदेश

लोकसभा चुनाव के पहले बड़ा एक्शन: एमपी कांग्रेस ने 79 को निष्कासित किया, 150 को नोटिस थमाई; राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा से स्पष्टीकरण मांगा

लोकसभा चुनाव के पहले बड़ा एक्शन: एमपी कांग्रेस ने 79 को निष्कासित किया, 150 को नोटिस थमाई; राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा से स्पष्टीकरण मांगा
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मध्य प्रदेश में 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी ने सिर्फ 66 सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी ने 123 सीटें जीतकर सरकार बनाई। इस हार के लिए कांग्रेस ने कई कारणों को जिम्मेदार ठहराया, जिनमें से एक पार्टी के अंदर ही भितरघात भी था।

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा एक्शन लिया है। पार्टी ने विधानसभा चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने वाले 79 नेताओं को निष्कासित कर दिया है। साथ ही, 150 नेताओं को नोटिस जारी कर 10 दिन में जवाब मांगा है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक में इन फैसलों को लिया गया। समिति अध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि जिन नेताओं को निष्कासित किया गया है, वे या तो अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़े थे या फिर पार्टी के खिलाफ भितरघात किया था। इन नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप थे।

समिति ने उन नेताओं से भी जवाब मांगा है, जिन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों को नकार दिया था। यदि इन नेताओं ने 10 दिन में जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। पार्टी के इस एक्शन को लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है। पार्टी चाहती है कि चुनाव में कोई भी पार्टी विरोधी गतिविधि न हो।


शर्मा से मांगा जवाब

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ बयानबाजी के मामले में कांग्रेस ने राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा से स्पष्टीकरण मांगा है। पार्टी का एक वर्ग शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, शर्मा की शिकायत पहले ही की जा चुकी थी, लेकिन पार्टी का एक धड़ा मामले पर पर्दा डालने का प्रयास करता रहा। आखिरकार एक माह बाद पार्टी ने संज्ञान लिया।

क्या है मामला?

कमलनाथ के खिलाफ शर्मा ने 10 जनवरी को एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि कमलनाथ ने पार्टी को बर्बाद कर दिया है। शर्मा के इस बयान से पार्टी में खलबली मच गई थी। शर्मा के बयान के बाद पार्टी के कुछ नेताओं ने उन पर कार्रवाई की मांग की थी। हालांकि, पार्टी ने तब इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी।

Aaryan Puneet Dwivedi | रीवा रियासत

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