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जेल में बंद बच्चों का भविष्य संवारने केंद्रीय जेल रीवा में खुलेगा प्ले स्कूल...
जेल में बंद बच्चों का भविष्य संवारने केंद्रीय जेल रीवा में खुलेगा प्ले स्कूल…
रीवा। केंद्रीय जेल रीवा प्रशासन द्वारा माता-पिता के साथ जेल में बंद बच्चों का भविष्य संवारने के लिये प्ले स्कूल संचालित करने जा रहा है। जो एक अच्छी पहल के साथ ही बच्चों के लिये सौगात है। केंद्रीय जेल प्रशासन बच्चों के भविष्य को संवारने के लिये नई पहल शुरू करने जा रही है जो काबिले तारीफ है।
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केंद्रीय जेल रीवा के अधीक्षक अनिल सिंह परिहार ने जेल में बंद बेगुनाह बच्चों के मनोरंजन के साथ ही बेसिक पढ़ाई के लिये प्ले स्कूल की नींव रखी है। आने वाले एक दो दिन के बाद प्ले स्कूल का शुभारंभ हो जायेगा।
जेल अधीक्षक ने बताया कि वर्तमान समय में 15 बच्चे अपनी मां एवं दादी के साथ बंद हैं। जेल में न ही उनके मनोरंजन का साधन है और न ही उनकी पढ़ाई की व्यवस्था है। कई बच्चे ऐसे हैं जो अपना बचपन जेल में मां के साथ बिता रहे हैं। जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो रहा है। जिसे देखते हुए जेल प्रशासन से प्ले स्कूल संचालित करने का निर्णय लिया है।
ऐसी हो रही व्यवस्था
सोचनीय पहलू यह है कि जब बच्चांे के हाथ में पेंसिल, पेन, किताब, खिलौने होने चाहिये तब वह जेल मंे एकांत में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। बच्चों के भविष्य पर विचार करते हुए जेल प्रशासन के मन में प्ले स्कूल संचालित करने का मन बनाया है।
इसी परिप्रेक्ष्य में बच्चों के गुणात्मक विकास के लिये मुलाकात कक्ष, इंट्री कक्ष की दीवारों में गिनती, वर्णमाला, मंथ, डे, खिलौने, फल-सब्जी, जीव-जंतु के साथ ही राष्ट्रीय गान एवं राष्ट्रीय गीत के पोस्टर लगवाये गये हैं। बताया गया है कि शासन द्वारा निर्धारित कोरोना गाइड लाइन के अनुसार बच्चों में गुणात्मक विकास के लिये अध्यापिका का कार्य महिला जेल प्रहरी करेंगी।