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एमपी के 70 हजार बिजली कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, यह कार्य होंगे प्रभावित
मध्यप्रदेश के 70 हजार बिजली कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे उपभोक्ताओं की मुसीबतें बढ़ जाएंगी। यदि विद्युत लाइन में फाल्ट आया तो उसे दुरुस्त कर लाइन बहाल करना मुश्किल हो जाएगा। इसके साथ अन्य बिजली संबंधी शिकायतों को दूर कराने उपभोक्ताओं को भटकना पड़ेगा। इसमें प्रदेश के 52 हजार पेंशनर्स भी शामिल हैं। बिजलीकर्मियों की पेंशन, ट्रांसफर, इंश्योरेंस समेत 8 मांगों को लेकर हड़ताल प्रारंभ की गई है।
2 अक्टूबर को किया था उपवास
बिजलीकर्मियों ने 2 अक्टूबर को गांधी प्रतिमा के सामने उपवास और भजन-कीर्तन भी किया था। इनके द्वारा 6 अक्टूबर को अनिश्चितकालीन हड़़ताल पर जाने का ऐलान किया गया था। यूनियन पदाधिकारियों की पॉवर मैनेजमेंट के प्रबंध संचालक के साथ बैठक भी हुई थी किंतु तीन दौर की बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। जिसके कारण अब वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
यह संगठन शामिल
इस संबंध में यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लाइज एवं इंजीनियर्स के अध्यक्ष वीकेएस परिहार के मुताबिक बिजली कंपनी के प्रमुख संगठन यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लाइज एवं इंजीनियर्स, मध्यप्रदेश विद्युत मंडल अभियंता संघ, पावर इंजीनियर्स एवं एम्प्लाइज एसोसिएशन ने विद्युत क्षेत्र को बचाने एवं नियमित, संविदा, आउटसोर्स, पेंशनर्स के हितों की रक्षा के लिए संयुक्त रूप से लड़ने का निर्णय लिया है। जिलसके में इसके लिए प्रभारी भी नियुक्त किए गए हैं। बिजली संयुक्त संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र श्रीवास्तव के मुताबिक प्रदेश के सभी कलेक्टरों को हड़ताल के संबंध में नोटिस दी गई है। हड़ताल आठ सूत्रीय मांगों को लेकर प्रारंभ की गई है। इसमें प्रदेश के 52 हजार पेंशन भी हड़ताल के दौरान प्रदर्शन करेंगे।
बिजलीकर्मियों के लिए एस्मा लागू
मध्यप्रदेश सरकार ने बिजलीकर्मियों की सेवाओं को अत्यावश्यक घोषित करते हुए एस्मा लागू कर दिया है। जिसमें विद्युत वितरण कंपनियों, पावर ट्रांसमिशन और जनरेशन कंपनियां शामिल हैं। एस्मा लागू होने के बाद यहां के कर्मचारी अब कार्य से इंकार नहीं कर सकेंगे। इसमें ऊर्जा विभाग की 6 कंपनियों को शामिल किया गया हैं जिसमें एमपी पॉवर मैनेजमेंट कंपनी जबलपुर, मध्यप्रदेश पूर्व, पश्चिम और मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर, इंदौर और भोपाल, मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन और पॉवर जनरेशन कंपनी जबलपुर के नियमित, संविदा और आउटसोर्स कर्मचारी की सेवाएं शामि हैं। एस्मा तीन महीने के लिए लागू किया गया है। गृह विभाग के उपसचिव ने इसके आदेश भी जारी कर दिए हैं।
इन कार्यों पर पड़ेगा असर
एमपी में बिजलीकर्मियों की हड़ताल से यह कार्य प्रभावित होंगे। नए मीटर के कनेक्शन नहीं हो सकेंगे इसके साथ ही राजस्व वसूली भी नहीं हो पाएगी। उपभोक्ताओं की शिकायतों का निराकरण नहीं हो सकेगा। बिजली सुधार संबंधी कार्य प्रभावित होंगे। कार्यालय संबंधित कामकाज नहीं हो सकेंगे। बिजली के बिल वितरण, मीटर रीडिंग का कार्य प्रभावित होगा। नए कनेक्शन में सर्वे का काम नहीं हो सकेगा। बताया गया है कि हड़ताल के दौरान बिजलीकर्मी पॉवर हाउस ड्यूटी भी नहीं करेंगे। सभी पॉवर हाउस के सामने टेंट लगाकर बैठेंगे। कार्यालय के अधिकारी, कर्मचारी भी पॉवर हाउस के सामने बैठेंगे, किसी तरह का काम नहीं करेंगे। इस दौरान वह अपने मोबाइल भी बंद रखेंगे।