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मध्यप्रदेश में लगातार तीसरे दिन विवादित बयान, कमलनाथ और बिसाहूलाल के बाद अब संस्कृति मंत्री ने कह दिया कुछ ऐसा...
भोपाल. मध्यप्रदेश के 28 विधानसभा सीटों में उप चुनाव होने हैं. इसके लिए दोनों प्रमुख दल जोर शोर से जनसभाएं कर रहें हैं. इस दौरान दोनों ही पार्टियों के नेताओं की जुबान भी लगातार फिसलती जा रही है. लगातार तीसरे दिन मध्यप्रदेश के नेताओं ने विवादित बयान दिया है. शिवराज सरकार की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने भी विवादित बयान देते हुए कहा है कि 'सारे आतंकवादी मदरसों में पले-बढ़े और जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद की फैक्ट्री बना डाला.'
रविवार को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस विधायक कमलनाथ ने शिवराज सरकार की मंत्री इमरती देवी को आइटम कहकर सम्बोधित किया था, जिसके बाद से वे देश भर के नेताओं के टारगेट बन गए थें. उनके इस बयान पर भाजपा नेताओं ने मौनव्रत भी रखा था. Ex CM के ‘आइटम’ वाले बयान पर राहुल की तीखी प्रतिक्रिया, ‘कमलनाथ जो भी हों, मुझे उनकी भाषा अच्छी नहीं लगी’
सोमवार को शिवराज सरकार के मंत्री एवं भाजपा से अनूपपुर विधानसभा के उम्मीदवार बिसाहूलाल ने विपक्षी नेता की पत्नी को 'रखैल' बताया था. जिस पर अभी भी बवाल जारी है. इसके बाद अब मंगलवार को ही प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने कह दिया कि 'सारे आतंकवादी मदरसों में पले-बढ़े और जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद की फैक्ट्री बना डाला.'
संस्कृति मंत्री ने यह बयान तब दिया जब उनसे शिक्षा से सम्बंधित सवाल पूंछे गए. उषा ठाकुर ने कहा- सभी बच्चों को समान शिक्षा दी जानी चाहिए. धर्म आधारित शिक्षा कट्टरता फैला रही है. नफरत फैला रही है. ऐसे मदरसे जो हमें राष्ट्रवाद और समाज की मुख्यधारा से नहीं जोड़ सकते, हमें उन्हें ही सही शिक्षा से जोड़ना चाहिए और समाज को सबकी प्रगति के लिए आगे लेकर जाना चाहिए.
मदरसों को मिलने वाली सरकारी मदद बंद होनी चाहिए- ठाकुर
उषा ठाकुर ने कहा- असम ने मदरसे बंद करके दिखा दिया है कि राष्ट्रवाद में बाधा डालने वाली चीजें राष्ट्रहित में बंद होनी चाहिए. मदरसों को मिलने वाली सरकारी मदद बंद होनी चाहिए. अगर कोई निजी तौर पर अपने धार्मिक संस्कार किसी को देना चाहता है तो संविधान उसे इसकी इजाजत देता है.
संस्कृति मंत्री ने कमलनाथ पर भी बयान दिया
उषा ठाकुर ने कहा- कमलनाथ ने कहा था कि मदरसे के इमाम को 5 हजार, मुअज्जिन को 4500 रुपए महीने सैलरी देंगे. वक्फ बोर्ड आर्थिक दृष्टि से दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है. यहां कोई व्यवस्था करनी है तो उन्हीं के माध्यम से की जा सकती है. सरकार का इस पर अतिरिक्त खर्च दूसरे वर्गों का हक छीनने वाली बात है. कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए कि क्या निजी स्वार्थ के लिए वो धर्म, प्रथा-व्यवस्थाएं सबकुछ बलिदान कर देंगे.
उन्होंने कहा- पाकिस्तान में 14% हिंदू था, ये अब एक फीसदी हो गया. ऐसे यातना सहने वालों को नागरिकता दी जाती है तो कांग्रेस को तकलीफ होती है, ऐसे राष्ट्रद्रोही चेहरे बेनकाब होने चाहिए.