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मध्य प्रदेश से दीपिका पादुकोण, जैकलीन समेत एक्ट्रेस और मॉडल को कैसे मिल रही है सैलरी, जान कर हो जाएगे हैरान...
मध्य प्रदेश से दीपिका पादुकोण, जैकलीन समेत एक्ट्रेस और मॉडल को कैसे मिल रही है सैलरी, जान कर हो जाएगे हैरान…
खरगौन। एक्ट्रेस और मॉडल के नामो का उपयोग तो सदैव होता रहा है। लेकिन मध्य-प्रदेश के खरगौन जिले के झिरन्या जनपद पिपरखेड़ा नाका पंचायत के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक के द्वारा दीपिका पादुकोण, जैकलिन समेत एक्ट्रेस और मॉडल की फोटो का उपयोग करके मनरेगा में भष्टाचार किए गया है। यह मामला सामने आने के बाद अधिकारियो के होष उड़ गए और और सीईओ ने इस फर्जीवाड़े की जांच करने का आदेश भी दे दिए है।
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फोटो का उपयोग करके जारी की गई सैलरी
जानकारी के मुताबिक खरगौन के पिपरखेड़ा पंचायत में मजदूरो के लिए जो जॉब कार्ड बनाया गया है उसमें हितग्राहीयो के तस्वीर की जगह बालीवुड की एक्ट्रेस की तस्वीरें लगा दी गई।
इनमें दीपिका पादुकोण, जैकलिन फर्नांडिस समेत एक दर्जन से अधिक एक्ट्रेस और मॉडल के फोटो हितग्राहियों के नाम के साथ जोड़कर लाखों रुपए की राशि निकाल ली गई। एक जॉब कार्ड मोनू शिवशंकर के नाम से बना है, लेकिन उसमें दीपिका पादुकोण का फोटो लगा है, जबकि पद्म रूप सिंह के जॉब कार्ड में जैकलिन फर्नांडिस का फोटो लगाया गया है।
ऐसे सामने आया मामला
जब मनरेगा के सही हकदारों ने ऑनलाइन मनरेगा साइट पर काम की राशि नहीं मिलने पर सर्चिंग की, तो उनके जॉब कार्ड फर्जी बने पाए गए, उनके नाम से फर्जी जॉब कार्ड पर बालीवुड एक्ट्रेस के फोटो लगाए गए, साथ ही राशि भी निकली गई।
सूत्रों के मुताबिक एक व्यक्ति के खाते से दीपिका पादुकोण का फोटो जाब कार्ड पर लगा है, उसके खाते से तीस हजार रुपए निकाले गए। जबकि वह काम पर गया ही नहीं। यह क्रम कई महिने से चल रहा है।
इसके अलावा जॉब कार्ड पर पुरुषों के नाम लिखे हैं, जबकि तस्वीरें फिल्मी अभिनेत्रियों और माडल के लगे हुए हैं। सोनू नाम के एक अन्य लाभार्थी के जॉब कार्ड पर जैकलिन का फोटो लगा है। सोनू ने ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। मामला उजागर होने के बाद जिला पंचायत सीईओ गौरव बेनल ने कार्रवाई करने की बात कही
लोगो को नही मिला काम
लोगों का कहना है मनरेगा में कोई काम नहीं मिला। सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक के साथ ही ऊपर तक के लोग ऐसे ही भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। मशीनों से काम करवाकर इस तरह के फर्जीवाड़े किए जा रहे हैं। खरगौन जिले में यह मामला सामने आने के बाद जिला पंचायत सीईओ गौरव बेनल ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें फर्जी जॉब कार्ड और किसने कितनी राशि निकाली इसकी जांच की जाएगी।
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