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सीधी: चुरहट तहसीलदार पर हरिजनों ने लगाया आरोप, कलेक्टर को भेजा शिकायती पत्र दी आमरण अनशन की चेतावनी..
सीधी: चुरहट तहसीलदार पर हरिजनों ने लगाया आरोप, कलेक्टर को भेजा शिकायती पत्र दी आमरण अनशन की चेतावनी..
सीधी। जिले के चुरहट तहसील के पचोखर गांव में हरिजनों के घरौदे पर तहसीलदार के हथौड़े का प्रहार हुआ है । जिससे दर्जन भर से ज्यादा हरिजनों के घर जमींदोज हो गए एक हरिजन को तहसीलदार के चौकीदार ने मारपीट कर घायल भी कर दिया है घटना गुरुवार की दोपहर की बताई गई है।
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पीड़ितों ने मेल के माध्यम से कलेक्टर को शिकायत पत्र भेजकर बताया कि पचोखर गांव के रानी तालाब के पास आराजी नंबर 195 जो मध्य प्रदेश शासन की है । उसमें कई रसूखदारो ने घर बना कर कब्जा किए हुए हैं। उन्हीं के साथ हरिजनों ने भी मिट्टी के घर और घास फूस की झोपड़ियां बनाकर बीते कई सालों से रह रहे थे 8 अक्टूबर की दोपहर में ग्राम पंचायत के सचिव ने हरिजनों को फोन करके यह बताया कि उनके द्वारा की गई मनरेगा मे काम की मजदूरी का भुगतान किया जाना है।
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मजदूरी भुगतान पाने के लालच में सभी हरिजन पंचायत सचिव के पास चले गए। तभी अपने लाव लश्कर के साथ पहुंचे चुरहट तहसील के तहसीलदार ने पूरी झोपड़ियां और मिट्टी के घरौदों को जमींदोज करा दिया इसकी जानकारी जब परिजनों को लगी तब तक उनके घर जमींदोज हो चुके थे ।
सूत्रों की मानें तो घास फूस की झोपड़ियों को गिराने के बाद आग के हवाले करा दिए हैं । हरिजन बच्चो को लेकर आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं। इस संबंध में कम्युनिस्ट नेता राममणि प्रसाद मिश्रा ने बताया कि हरिजनों के घर गिराने की जानकारी उन्हें मिली तो वे चुरहट एसडीएम से गुहार लगाने पहुंचे लेकिन वह ऑफिस में नहीं मिले तो पीड़ितों ने थाना पहुंचकर लिखित में शिकायत दर्ज कराई।
शुक्रवार को एसडीएम से मिलने के लिए कार्यालय गए हुए थे लेकिन एसडीएम रामपुर नैकिन जनपद पंचायत के सीईओ के विदाई समारोह में शामिल थे जिसके कारण वह नहीं मिल सके दिन भर इंतजार करने के बाद पीड़ितों ने शिकायती पत्र कलेक्टर को भेजकर न्याय की गुहार लगाया है। देखना है कि कलेक्टर के पास पहुंची शिकायत पर उन्हें न्याय मिल पाता है यह फिर तहसीलदार का मनमानी हथोड़ा कामयाब होता है।