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एमपी के उज्जैन में तूफान से महाकाल लोक की टूट गईं 6 मूर्तियां, 2 लोगों की मौत, कई घर जमींदोज
मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकाल लोक की 6 मूर्तियां गिरकर टूट गईं। गनीमत की बात यह रही कि इससे किसी तरह के जान माल का नुकसान नहीं हुआ। रविवार को आए तेज आंधी तूफान ने जमकर तांडव मचाया। इससे जहां दो लोगों की मौत हो गई, वहीं कई घर जमींदोज होने की खबरें भी प्रकाश में आई हैं।
सप्तऋषियों की मूर्तियां भरभराकर जमीन पर जा गिरीं
उज्जैन महाकाल लोक में तेज आंधी तूफान से मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गईं। बताया गया है कि महाकाल लोक कॉरिडोर की छह सप्तऋषियों की मूर्तियां रविवार दोपहर तेज आंधी के चलते भरभराकर जमीन पर जा गिरीं। इस दौरान कॉरिडोर श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ था। किन्तु इससे किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इन मूर्तियों को लगाने के साथ ही कॉरिडोर का कार्य गुजरात की कंपनियों द्वारा किया गया था। कुल 856 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना के चरण में श्री महाकाल लोक को 351 करोड़ की लागत से तैयार किया गया था। 900 मीटर लंबे महाकाल लोक कॉरिडोर के पहले चरण का लोकार्पण कुछ महीने पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। इसके साथ ही आंधी तूफान से दो लोगों की मौत होने के साथ ही कई घर जमींदोज होने की सूचना भी मिली है।
नई मूर्तियां लगाएगा ठेकेदार
श्री महाकाल लोक गलियारे में कुल 160 मूर्तियां स्थापित हैं। रविवार को तेज आंधी तूफान से यहां की 6 मूर्तियों को नुकसान पहुंचा। यह मूर्तियां टूटकर जमीन पर जा गिरीं। यह टूटी मूर्तियां सात सप्तऋषियों में से हैं। जो तकरीबन 10 फीट ऊंची थीं। यहां का पांच वर्ष तक देखरेख का जिम्मा ठेकेदार का है जिसके कारण ठेकेदार द्वारा नई मूर्तियां लगवाई जाएंगी। यहां पर यह बता दें कि देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर का मंदिर उज्जैन में स्थित है। जहां बड़ी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं। महाकाल लोक के निर्माण के बादयहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी इजाफा भी हुआ है।
इनका कहना है
इस संबंध में उज्जैन डीएम कुमार पुरुषोत्तम का कहना है कि श्री महाकाल लोक में स्थापित 6 मूर्तियां तेज आंधी तूफान के कारण क्षतिग्रस्त हुई हैं। यह मूर्तियां महाकाल मंदिर के अंदर नहीं थीं, ये श्री महाकाल लोक कॉरीडोर में थीं। ठेकेदार नई मूर्तियां लगाएंगे क्योंकि पांच वर्ष तक की देखरेख का जिम्मा भी उन्हीं का है। हम आगे के लिए नियम और भी सख्त कर रहे हैं और उनकी जवाबदारी तय करने वाले हैं।