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एमपी में आदिवासी छात्रावास के 300 बच्चे फूड पॉइजनिंग का हुए शिकार, खाया था दाल-चावल और कटहल
मध्यप्रदेश के जबलपुर में 300 बच्चे फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। खाना खाने के बाद एक-एक कर बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। ऐसे में छात्रावास में हड़कम्प मच गया। बच्चों ने तबीयत बिगड़ने से पहले दाल-चावल और कटहल खाया था। बच्चों की स्थिति खराब होते देख आनन-फानन में उन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। इस मामले की जांच के लिए जिला प्रशासन ने उच्च स्तरीय कमेटी भी गठित कर दी है।
पेट दर्द व उल्टी-दस्त की हुई शिकायत
जबलपुर के रामपुर छात्रावास में सोमवार को तकरीबन 300 बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। खाना खाने के बाद यह स्थिति निर्मित हुई। दाल, चावल और कटहल की सब्जी खाने के बाद उन्हें उल्टी दस्त और पेट दर्द की शिकायत होने लगी। स्थिति बिगड़ने पर निजी और जिला अस्पताल में बच्चों को पहुंचाया गया। जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। इसके साथ ही गंभीर अवस्था वाले बच्चों को जिला प्रशासन सहित स्थानीय विधायक ने राज्य सरकार से एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजने की मांग की है।
हॉस्टल में रहते हैं तकरीबन 460 बच्चे
रामपुर आदिवासी छात्रावास में तकरीबन 460 बच्चे रहते हैं। बच्चों का कहना था कि दोपहर में उन्होंने दाल-चावल और कटहल की सब्जी खाई थी। जिसके बाद उनको उल्टियां होने लगीं और चक्कर आने शुरू हो गए। आदिवासी एकलव्य छात्रावास विद्यालय के करीब 300 बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। बीमार बच्चों में 8 की हालत नाजुक बताई जा रही है। उनको एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजने की मांग जिला प्रशासन सहित स्थानीय विधायक ने राज्य सरकार से की है। एक साथ अधिक संख्या में बच्चों के बीमार होने से छात्रावास में हड़कम्प मच गया। जिसके बाद आनन-फानन में सभी को निजी विक्टोरिया एवं मेडिकल अस्पताल सहित जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। करीब 5 दर्जन बच्चों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। इतने ही बच्चे जिला अस्पताल में भी भर्ती हैं। बच्चों के बीमार होने की जानकारी मिलने पर प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग का अमला भी मौके पर पहुंचा।