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MP में ₹514 करोड़ की लागत से बन रहा 198 KM नई रेल लाइन, बनेगी 14 पुल 49 पुलिया और 7 ब्रिज, इन शहर और गांव से गुजरेगी ट्रेन, फटाफट देखे आपके एरिया का नाम तो नहीं...
Indore-Budhani New Rail Line
Indore-Budhani Rail Line: मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में रेल लाइन का निर्माण कार्य जोरों से किया जा रहा है। इंदौर-बुधनी रेल लाइन के लिए आरवीएनएल तेजी के साथ जुटी हुई है। इस रेल लाइन प्रोजेक्ट में एक अहम बदलाव करते हुए रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने इसकी लंबाई कम कर दी है। लंबाई को सात किलोमीटर घटाकर 198 किलोमीटर कर दिया गया हैं जबकि पूर्व में इसकी लंबाई 205 किलोमीटर थी।
पुलिया व अंडरब्रिज का हो रहा काम
इंदौर जिले में इंदौर-बुधनी रेल लाइन के लिए आरवीएनएल इंदौर ने कार्य प्रारंभ कर दिया है। कंपनी द्वारा पुल-पुलियाओं और रोड अंडरब्रिज का कार्य कराया जा रहा है। लोगों को काफी समय से रेल लाइन का कार्य प्रारंभ होने का इंतजार था। इंदौर-बुधनी रेल लाइन को मांगलिया रेलवे स्टेशन से पहले इंदौर-देवास रेल लाइन से मिलाया जाएगा। अब तक इस प्रोजेक्ट का काम बुधनी-बरखेड़ा सेक्शन में हो रहा था किंतु अब मांगलिया से 10 किलोमीटर दूर से 50 किलोमीटर के बीच पुल-पुलियाओं और रोड अंडरब्रिज आदि के कार्य किए जा रहे हैं।
इस वर्ष मिली 514 करोड़ की राशि
इस साल के रेल बजट में इंदौर-बुधनी रेल लाइन प्रोजेक्ट के लिए 514 करोड़ रुपए की राशि मिली है। सभी जिलों में जमीन अधिग्रहण का कार्य तेजी से साथ किया जा रहा है। इंदौर और देवास जिले में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। देवास जिले की बागली तहसील के 15 में से 14 गांवों की जमीन आरवीएनएल को मिल चुकी है। शेष जमीन जल्द मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। प्रदेश सरकार भी प्रोजेक्ट क्रियान्वयन में पूरा सहयोग कर रही है और काम जल्दी पूरा करने के लिए उसने सरकारी जमीन पर स्ट्रक्चर निर्माण की अनुमति दे दी है। जिसके बाद आरवीएनएल ने कार्य प्रारंभ कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक बुधनी-बरखेड़ा के बीच लगभग 10 किलोमीटर लंबे सेक्शन में लाइन बिछ चुकी है और अब ट्रैक लिंकिंग का काम किया जा रहा है।
दो तहसीलों में जमीन लेने की चल रही प्रक्रिया
इंदौर-बुधनी रेल लाइन के लिए इंदौर की दो तहसीलों में जमीन लेने की प्रक्रिया एडवांस स्टेज पर है। जिसमें सांवेर और कनाड़िया तहसील शामिल हैं। यहां निजी ओर सरकारी जमीनों का सर्वे कार्य पूर्व में ही पूरा किया जा चुका है। जुलाई माह में यदि अवार्ड पारित हो जाता है तो अगले दो से तीन माह के भीतर रेल लाइन के लिए आवश्यक जमीन आरवीएनएल को सौंप दी जाएगी। इसके बाद यहां भी रेल लाइन के लिए तेजी से कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
4500 करोड़ का है प्रोजेक्ट
इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 4500 करोड़ रुपए के आसपास है। यह सिंगल लाइन प्रोजेक्ट है, इसमें रेल लाइन का विद्युतीकरण कार्य भी शामिल है। प्रोजेक्ट को मंजूरी वर्ष 2017-18 में दी गई थी और तब इसे 2023-24 में पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित था। किंतु बजट में राशि नहीं मिलने से रेल लाइन के लिए जरूरी जमीन नहीं मिल सकी। यही वजह थी कि प्रोजेक्ट लगातार पिछड़ गया। पूर्व में इस प्रोजेक्ट की लंबाई अधिक थी जिसे घटा दिया गया है।
नौ किलोमीटर लंबी बनेगी सुरंग
इंदौर-बुधनी रेल लाइन प्रोजेक्ट के तहत दो सुरंगें और दो वायाडक्ट बनाए जाने हैं। ये बड़े निर्माण देवलिया हथनौरा (किमी 53 से 59) के बीच किए जाएंगे। एक सुरंग की लंबाई नौ किलोमीटर रहेगी जबकि दूसरे की लंबाई डेढ़ किलोमीटर होगी। नसरुल्लागंज के अलावा खातेगांव और कन्नौद जैसे रेलविहीन क्षेत्रों में रेल लाइन पहुंच सकेगी। यह मूलतः इंदौर-जबलपुर रेल लाइन प्रोजेक्ट का ही हिस्सा है। इसकी लंबाई 342 किलोमीटर बताई गई थी। बाद में यह तय किया गया कि प्रोजेक्ट के तहत इंदौर से गाडरवाड़ा तक लाइन बिछाई जाए। क्योंकि गाडरवाड़ा से जबलपुर पहले से ही रेल लाइन से जुड़े हुए हैं। फिर पहले चरण में इंदौर-बुधनी रेल लाइन का डिटेल इस्टिमेट सेंक्शन किया गया। इंदौर-बुधनी रेल लाइन को मांगलिया रेलवे स्टेशन से पहले इंदौर-देवास रेल लाइन से मिलाया जाएगा।