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Mind Wars ने हासिल किए 20 लाख सब्सक्राइबर, अब भारत के 3.5 करोड़ से भी अधिक विद्यार्थियों तक पहुंच

Mind Wars
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20 Lakh Subscriber for Mind Wars: भारत के सबसे बड़े नॉलेज प्लेटफार्म माइंड वार्स की पहुंच अब भारत के 3.5 करोड़ से अधिक स्टूडेंट्स तक हो गई है. हाल ही में Mind Wars ने 20 लाख सब्सक्राइबर्स का आंकड़ा भी पार कर लिया है.

स्कूल जाने वाले स्टूडेंट्स के लिए बना भारत का सबसे बड़े नॉलेज प्लैटफ़ॉर्म, माइंड वॉर्स (Mind Wars) 20 लाख सब्सक्राइबर्स के पड़ाव के पार करते हुए अब देश भर के 3.5 करोड़ से भी अधिक स्टूडेंट्स तक पहुँच चुका है। ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड (ZEEL) का ब्रेनचाइल्ड और 2019 में शुरू किया गया माइंड वॉर्स अपनी तरह का ऐसा पहला मल्टीप्लैटफ़ॉर्म नॉलेज प्रोग्राम है, जिसका उद्देश्य स्कूली बच्चों के लिए देश की सबसे बड़ी नॉलेज लाइब्रेरी बनाना है। यह एक ऐसा प्रोग्राम है जो अब तक सफलतापूर्वक सभी 28 राज्यों व 8 संघ-शासित प्रदेशों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। माइंड वॉर्स के 2 लाख से भी अधिक कंटेंट पीस अब 12 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध हैं और सभी राज्य व केंद्रीय बोर्ड इसे अपना चुके हैं।

कई शोधकर्ताओं का यह मानना है कि क्विज़ के माध्यम से स्टूडेंट्स को एक मज़ेदार ढंग से ज्ञान मिलता है और उन्हें एक बेहतर प्रेरण मिलती है। क्विज़ के ज़रिए बच्चों को उनके बढ़ते हुए वर्षों में जानकारी को याद रख पाने में भी बहुत ज़्यादा मदद मिलती है। उनके ज़रिए बच्चों का दिमाग तेज़ होता है और वे इस प्रतियोगी माहौल के तैयार हो पाते हैं। इसीलिए क्विज़, क्लासरूम में होनेवाली पढ़ाई का एक बेहतरीन सप्लीमेंट भी कहे जा सकते हैं।

माइंड वॉर्स के ऑफ़लाइन क्विज़ के माध्यम से स्टूडेंट्स, शिक्षकों और अभिभावकों को भी ज्ञान प्राप्ति के नए विकसित होते तरीकों का अंदाज़ा लगता है। इससे उन्हें यह भी अनुभूति है कि स्टूडेंट को पढ़ने का पारंपरिक तरीका किस प्रकार से बदल रहा है, क्योंकि इसके ज़रिए वे ऐसी अलग-अलग पद्धतियाँ देख पाते हैं जिन्हें बड़े पैमाने पर अपनाकर परीक्षाओं में स्टूडेंट्स की मदद की जा सकती है और जीत हासिल करने के अनवरत उत्साह को दर्शाने के साथ-साथ एक सुदृढ़ अकादमिक नींव भी तैयार की जा सकती है। इसकी बदौलत ही माइंड वॉर्स, देशभर के कुल ज़िलों में से 92% (669 ज़िले) में स्टूडेंट्स की सहभागिता और उनके पंजीकरण की उपलब्धि को हासिल कर सका है।

पिछले 2 वर्षों से सीख लेते हुए अभिभावकों, शिक्षकों और स्टूडेंट्स ने समान रूप से ही क्विज़ की ओर भी एक डिजिटाइज़्ड रवैया अपनाया है। इस प्रोग्राम ने ज्ञान पाने के इच्छुक बच्चों को जल्द सोच-विचार करने और निर्णय लेने में सक्षम बनाया है, जिससे 10,000 स्कूलों से आगे बढ़ते हुए 28,000 स्कूलों के शिक्षकों की ओर से प्रतिभागिता में तेज़ी देखने को मिली है।

ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड के एग्ज़ीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्री उमेश कुमार बंसल ने इस मौके पर कहा कि, "मुझे खुशी है कि माइंड वॉर्स में हमारी टीम को ऐसी बुनियादी पहलों पर शिक्षक व विद्यार्थी, दोनों ही समुदायों से एक ज़बर्दस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही ह। आज बच्चों को उन एक्स्ट्रा-करिकुलर ऐक्टिविटीज़ और ग्रुप इंटरैक्शंस की कमी महसूस हो रही है जो आमतौर पर वे सामान्य परिस्थितियों में किया करते थे। डिबेट चैम्पियनशिप जैसी पहल के ज़रिए हमारा लक्ष्य बच्चों को ज्ञान-आधारित विकल्पों से सशक्त करने का है,ताकि वे बुनियादी तौर पर सशक्त बनकर जीवन की किसी भी परिस्थिति का डटकर सामना कर सकें। मैं यह उत्सुकता के साथ देखना चाह रहा हूँ कि किस प्रकार स्कूल जानेवाले युवा बच्चों के मत, आकार ले रहे हैं।"

हमारी सभी सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म पर भी माइंड वॉर्स के लाइव क्विज़ काफी लोकप्रिय रहे हैं जहां स्टूडेंट्स ने उत्सुकता के साथ भाग लेने और जीतने का इंतज़ार किया है। कुल मिलाकर माइंड वॉर्स को उन अभिभावकों और शिक्षकों की ज़बर्दस्त प्रतिक्रिया देखने को मिली है जिन्होंने बच्चों को ज्ञान आधारित विकल्प प्रदान करने तथा उन्हें उनका समय उत्पादक रूप से इस्तेमाल करने में मदद करने हेतु इस मंच की सराहना की है, ताकि माइंड वॉर्स का ध्येय वाक्य 'मेक इंडिया स्मार्टर' चरितार्थ हो सके।

अंत में अपनी बात रखते हुए श्री बंसल ने कहा कि, "हम एक ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं जहां बच्चों को ज्ञान की शक्ति प्राप्त होगी जिससे वे स्मार्ट और जीवन की किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार बन सकेंगे;इसीलिए तो हम उन्हें नॉलेज चैंपियन कहते हैं।"

Aaryan Puneet Dwivedi | रीवा रियासत

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