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MP News: जबलपुर रेलवे स्टेशन में रीवा के जालिम पुलिस सिपाही ने बुजुर्ग को बेरहमी से पीटा! SP ने ससपेंड कर दिया
MP News: जब पुलिस वाले ही गुंडे बन जाएं तो आम आदमी क्या करे? एमपी में पुलिस की क्रूरता आम बात है और इसी के साथ एक और वर्दी का रौब झाड़ने वाले पुलिस सिपाही का वीडियो सामने आया है। मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर रेलवे स्टेशन का है जहां एक वर्दीधारी गुंडे ने लाचार बुजुर्ग को बेरहमी से पीटा है. उसे मुंह में लात मारी, घूंसे मारे, पैर तोड़ने की कोशिश की और उसके प्राइवेट पार्ट में भी कई बार लात मारी, मतलब इतना मारा कि देखने वालों को रूह कांप गई.
Jabalpur Railway Station Police Beating Old Man: जिस वर्दीधारी सिपाही ने बुजुर्ग पर बर्बता की है उसका नाम अंकित शर्मा है जो एमपी के रीवा जिले के लौर थाने में एक सिपाही है. वीडियो में जो खाखी पहने हुए गुंडा दिखाई दे रहा है वो गुंडा नहीं है बल्कि 'सत्य मेव जयते' की शपथ लेने वाला पुलिस का सिपाही है. ये बात अलग है कि वो वीडियो में बिलकुल किसी गली के गुंडे जैसा ही लग रहा है. खैर...रीवा जिले के सुपरिटेंडेंट ऑफ़ पुलिस (SP) नवनीत भसीन (SP Navneet Bhasin) ने इस सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
वीडियो में साफ़ दिखाई दे रहा है कि पुलिस कर्मी कैसे एक बुजुर्ग को ज़ोरदार धक्का देता है जिससे वह लाचार प्लेटफॉर्म में गिर जाता है, इसके पास खाकी का रखवाला उस बुजुर्ग को लातों से मारता है, उसे घसीटते हुए ले जाता है और उसके दोंनो पांव पकड़कर तोड़ने की कोशिश करता है, बेल्ट से मारता है। बुजुर्ग को रेल लाइन तक घसीटने के बाद उस गरीब को पीठ के बल लिटा देता है और उसके दोनों पैर उठाकर उसके प्राइवेट पार्ट में लात मारता है.
मौके पर बहुत लोग तमाशबीन बनकर बुजुर्ग की पिटाई देख रहे थे, वो भी क्या करते? प्रदेश की आम जनता के रखवाले को कोई रोक भी तो नहीं सकता! वरना उसे भी पुलिस के जूते खाने पड़ते।
क्यों मारा?
DB की रिपोर्ट के अनुसार जबलपुर रेलवे स्टेशन में मार खाने ववाले बुजुर्ग से एक व्यक्ति गाली-गलोच कर रहा था, बुजुर्ग उसी पुलिस वाले से इसकी शिकायत करने चला गया, उल्टा सिपाही अंकित शर्मा ने उसे ही बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। बुजुर्ग का नाम गोपाल प्रसाद यादव है जो नरसिंहपुर के करेली का रहने वाला है. उसने बताया कि मुझे एक व्यक्ति गाली दे रहा था, मैंने साहेब से मदद मांगी तो वो मुझे ही पीटने लगे.
रीवा के लौर थाना में पदस्त सिपाही अंकित शर्मा ने जिस हैवानियत से उस असहाय बुजुर्ग को मारा है. यह देखकर लगता है कि उसे ट्रेनिंग में जितनी चीज़ें बताई गई होंगी उसने पूरी उस गरीब पर कर डाली।
ट्रेन में बैठे पैसेंजर ने बनाया वीडियो
इस घटना का वीडियो ट्रेन में बैठे एक पैसेंजर ने बनाया, GRP ने वीडियो देखने के बाद रेलवे स्टेशन के वेंडर्स से इसकी पूछताछ की, तो घटना की पुष्टी हो गई. पुलिसिया गुंडई की यह वारदात गुरुवार 28 जुलाई की बताई जा रही है.
क्या ऐसी हैवानियत की सज़ा सिर्फ निलंबन ?
यह कोई पहला मामला नहीं है जब पुलिसकर्मी ने किसी बेक़सूर शख्स को बेरहमी से मारा है, जिन्होंने ऐसा किया उन्हें निश्चितरूप से लाइन अटैच किया गया और निलंबित किया गया. लेकिन ये वर्दी का रौब झाडने वालों की हैवानियत कब खत्म होगी। मतलब पुलिस तो आम आदमी की मदद के लिए है ना? ये आम आदमी को इस कदर पीटना कौन से कानून में सही बताया गया है? कल को फिर कोई ऐसी हरकत करेगा तो वो भी एक-आध महीने के लिए ससपेंड हो जाएगा।