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एमपी के जबलपुर एसपी का एक्शन, चार पुलिसकर्मी लाइन अटैच, यह है मामला
मध्यप्रदेश के जबलपुर पुलिस अधीक्षक ने एक्शन लेते हुए चार पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। चारों पुलिस कर्मियों की भूमिका संदेह के दायरे में थी। जिस पर एसपी ने इनसे जवाब मांगा था किंतु इनके द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। जिसकी वजह से एसपी को यह कदम उठाना पड़ा। इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई।
यह है मामला
जनकारी के मुताबिक 13 जून को पुलिस की स्पेशल टीम ने जबलपुर के निवाड़गंज में आने वाली नारियल गली में ओम प्रकाश केसरवानी के यहां छापा मारा था। यहां लम्बे समय से सट्टा संचालित करने की जानकारी मिल रही थी। टीम द्वारा मौके से राहुल सोनी निवासी ओमती, सतीश कुमार निवासी जयप्रकाश नगर को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से 2 लाख 7 हजार 955 रुपए जब्त किए गए। पुलिस के मुताबिक ओमप्रकाश केसरवानी के विरुद्ध लार्डगंज में 31 और कोतवाली थाना में 5 आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध हैं।
संदेह के दायरे में पुलिसकर्मी
निवाड़गंज में जहां पर सट्टे का अड्डा पकड़ा गया उस बीट के प्रभारी एसआई अरविंद सिंह थे। इनके अलावा एएसआई श्याम सुंदर तिवारी, हवलदार उमेश शुक्ला और सिपाही राजेश यादव तैनात थे। आखिर ऐसी क्या वजह थी कि बीट के अधिकारियों और जवानों को सट्टा संचालन होने का पता नहीं चला। बताया गया है कि पुलिस की मिलीभगत से ही यह कारोबार फल फूल रहा था। जिसकी भनक पुलिस अधीक्षक और विशेष टीम को लग गई।
नहीं दिया संतोषजनक जवाब
13 जून को पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली थी कि निवाड़गंज क्षेत्र में लम्बे समय से सट्टे के अड्डा का संचालन किया जा रहा है। जिस पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जानकारी होने के बाद एसपी के निर्देश पर विशेष टीम ने छापा मारकर सटोरियों को दबोच लिया था। कार्रवाई के बाद जबलपुर एसपी तुषारकांत विद्यार्थी ने लार्डगंज थाना अंतर्गत निवाड़गंज क्षेत्र के बीट प्रभारी एसआई अरविंद सिंह, एएसआई श्यामसुंदर तिवारी, हवलदार उमेश शुक्ला और सिपाही राजेश यादव से जवाब मांगा था। किंतु इनके द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। जिससे इन चारों को लाइन अटैच कर दिया गया।