जबलपुर

एमपी के जबलपुर में ब्रश-पेंसिल नहीं अपनी उंगलियों से सिंटू ने बना डाली कई दिग्गजों की पेंटिंग

Sanjay Patel
5 Dec 2022 5:13 PM IST
एमपी के जबलपुर में ब्रश-पेंसिल नहीं अपनी उंगलियों से सिंटू ने बना डाली कई दिग्गजों की पेंटिंग
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आपने कई लोगों को ब्रश-पेंसिल व पेन के सहारे पेंटिंग बनाते अक्सर देखा होगा। किन्तु यदि कोई अपनी उंगलियों को ही इसका रूप दे दे ऐसा वाकया कभी-कभार ही सामने आता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है जबलपुर के होनहार सिंटू ने।

आपने कई लोगों को ब्रश-पेंसिल व पेन के सहारे पेंटिंग बनाते अक्सर देखा होगा। किन्तु यदि कोई अपनी उंगलियों को ही इसका रूप दे दे ऐसा वाकया कभी-कभार ही सामने आता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है जबलपुर के होनहार सिंटू ने। अपनी उंगलियों को जहां वह पेंटिंग्स बनाने के लिए ब्रश के रूप में इस्तेमाल करता है तो वहीं कलर भी उसके लिए कोई मायने नहीं रखते। वह कलर के रूप में चाय पत्ती, शेम्पू व टूथपेस्ट का इस्तेमाल करता है। जिसके जरिए उसने कई दिग्गजों की अब तक पेंटिंग बना डाली है।

सिंटू की फिंगर आर्ट कला

फिंगर पेंटिंग आर्टिस्ट का नाम है सिंटू मौर्य। जो जबलपुर के रांझी मानेगांव का रहने वाला है। सिंटू के मुताबिक पहले उनकी फिंगर आर्ट कला को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होते रहे हैं। उनके माता-पिता भी उन्हें ऐसा करते देख अक्सर डांटा करते थे कि पढ़ाई छोड़कर कलाकारी करने में कुछ नहीं रखा है। इतना ही नहीं ऐसा करने पर एक बार उनकी मां द्वारा उसे घर से निकालने तक की धमकी दी गई। सिंटू डेढ़ साल से फिंगर पेंटिंग आर्ट सीख रहा है। वह ब्रश से नहीं बल्कि अपनी उंगलियों के जरिए चाय का रंग, शेम्पू, टूथपेस्ट, हल्दी और अन्य रंगों से जिसकी चाहे उसकी तस्वीर बना सकते हैं। बहुत ही छोटे परिवार से ताल्लुक रखने वाले सिंटू मौर्य की यह कला अब पूरे प्रदेश में अपनी पहचान बना रही है।

इनकी बनाई हूबहू पेंटिंग

सिंटू के बड़े भाई द्वारा उनका सपोर्ट किया गया। जिसके चलते वे कुछ ही महीनों में फिंगर आर्ट कला में माहिर हो गए। सिंटू ने अपने उंगलियों के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सलमान खान, रोनाल्डो, अरजीत सिंह, जया किशोरी सहित सैकड़ों प्रसिद्ध लोगों की पेंटिंग्स बना डाली है। सिंटू अब अपनी इस कला के बल पर अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। वह कुछ ही घंटों में सामने बैठे व्यक्ति की हूबहू तस्वीर बना सकता है। सिंटू का अगला लक्ष्य है कि वह अपनी इस प्रतिभा को लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करवाएं। सिंटू के इस मुकाम में पहुंचने पर उनके अभिभावक गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

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