
- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- एमपी के जबलपुर में...
एमपी के जबलपुर में दोबारा परीक्षा की मांग, छात्राओं ने कॉलेज में की तालाबंदी

MP Jabalpur News In Hindi : होमसाइंस कॉलेज जबलपुर (Home Science College Jabalpur) में मंगलवार को दोबारा परीक्षा कराए जानें की मांग को लेकर हंगामा-प्रदर्शन कर कॉलेज में तालाबंदी की गई। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों से भी एनएसयूआई के पदाधिकारियों की जम कर बहस होने के साथ ही झूमा-झटकी हुई। बताया गया है कि विद्यार्थी अपनी मांग को लेकर प्राचार्य से मिलने की जिद पर अड़े हुए थे। लेकिन पुलिस छात्राओं को प्राचार्य कक्ष के अंदर नहीं जाने दे रही थी। विवाद बढ़ता देख कॉलेज में चार थानों की पुलिस पहुंची और अपने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समझाइस देने में जुटी रही।
क्यों की तालाबंदी
छात्राओं ने बताया कि द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत सैकड़ों छात्राओं को फेल कर दिया गया है। जब पुर्नमूल्यांकन के लिए आवेदन दिया गया तो वह भी नहीं किया गया। एनएसयूआई के पदाधिकारियों का कहना है कि बिना किसी कारण से छात्राओं को फेल कर दिया गया है। जबकि छात्राओं का पेपर अच्छा गया था। पीजी की 11 छात्राएं तो ऐसी हैं जिनका सिलेबस तक पूरा नहीं किया गया और परीक्षा ले ली गई। जिससे सभी छात्राएं फेल हो गई। एटीकेटी की परीक्षा में भी छात्राओं को कम नंबर दिए गए हैं।
नहीं बचा था कोई विकल्प
छात्राओं ने बताया कि फेल छात्राओं की दोबारा परीक्षा कराए जाने की मांग को लेकर हमने पूर्व में कई बार आवेदन दिया। लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो हमारे सामने आंदोलन के सिवाय कोई विकल्प ही नहीं बचा। यही कारण है कि मंगलवार को छात्राओं ने तालाबंदी कर प्रदर्शन किया।
पुर्नमूल्यांकन में घट गए नंबर
आंदोलन कर रही छात्राओं ने बताया फेल छात्राओं ने पुर्नमूल्यांकन कराया था। कुछ छात्राओं के तो पुर्नमूल्यांकन में और कम नंबर हो गए। कुछ छात्राओं के यथावत रहे। किसी भी छात्रा के नंबर अधिक नहीं बढ़े है। आरोप है कि सही तरीके से कापी नहीं जांची गई है। जिसके कारण ऐसी स्थिति बन रही है।

Ankit Pandey | रीवा रियासत
Web Stories, Content Creator, Publisher