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एमपी के जबलपुर में शादी के मंडप तक ट्रैक्टर चलाते हुए पहुंची दुल्हन, दोनों पक्ष हुए हैरान
एमपी के जबलपुर में शादी के मंडप तक दुल्हन ट्रैक्टर चलाते हुए पहुंची। दुल्हन को शादी के मंडप में इस तरह एंट्री लेता देख बाराती व घराती पक्ष हैरान रह गए। जिस पर लड़के पक्ष के परिजनों ने कहा कि हमारे घर बहू नहीं बेटी आई है। मंगलवार को जमुनिया गांव के रहने वाले पटेल परिवार का वैवाहिक समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ। जिसमें यह नजारा देखकर लोग दंग रह गए।
मेंहदी रचे हाथों से चलाया ट्रैक्टर
एमपी के जबलपुर में शिवानी और अखिल का विवाह संपन्न हुआ। जिसमें दुल्हन ने जहां हाथों में मेंहदी रचा रखी थी, वहीं वह ट्रैक्टर भी चलाती नजर आई। वह शादी के मंडप तक ट्रैक्टर चलाते हुए पहुंची। इस दौरान उसने लगभग आधा किलोमीटर का सफर ट्रैक्टर चलाकर तय किया। यह नजारा देख बाराती और घराती दंग रह गए। दूल्हा अखिल पटेल के बड़े भाई अविनाश ने बताया कि हमें पता था कि बहू शिवानी को ट्रैक्टर चलाना आता है और हम भी चाहते हैं कि खेती किसानी में बेटियों को जितना ज्यादा बढ़ावा दिया जा सके उतना देना चाहिए। यही वजह थी कि जिस मैरिज गार्डेन में विवाह था वहां से जयमाला स्टेज आधा किलोमीटर की दूरी पर था। ऐसे में शिवानी ट्रैक्टर चलाकर वहां तक पहुंची।
आधा किलोमीटर का सफर किया तय
दुल्हन के जोड़े में जिसने भी बहू शिवानी को मंगलवार की रात जब मैरिज गार्डेन से जयमाला स्टेज तक करीब आधा किलोमीटर तक ट्रैक्टर चलाते हुए देखा, वह देखता ही रह गया। सभी की आंखें शिवानी को अचरज भरी निगाहों से देख रही थीं। शिवानी ने भी अपने ससुराल में बता दिया था कि वह ट्रैक्टर चलाना जानती है और शादी के बाद वह पति के हर काम में साथ देगी। चाहे वह घर का काम हो अथवा खेती किसानों का कार्य ही क्यों न हो।
शिवानी ने हटकर किया कांसेप्ट
दूल्हे के बड़े भाई अखिल के मुताबिक उन्हें इस बात की जानकारी थी कि दुल्हन शिवानी को ट्रैक्टर चलाना आता है। हर किसान का सबसे प्रिय वाहन ट्रैक्टर ही होता है। यही वजह है कि वरमाला स्टेज पर जब हमने इस तरह का कुछ हटकर कांसेप्ट करने की बात रखी तो शिवानी भी इसके लिए राजी हो गई। शिवानी को भी यह कांसेक्टर बहुत पसंद आया। सबकी रजामंदी से वरमाला स्टेज तक शिवानी टैक्टर चलाते हुए पहुंची। जमुनिया गांव के रहने वाले अखिल पटेल जबलपुर में फ्लाई ओवर ब्रिज की कंपनी में काम कर रहे हैं। जबकि दमोह जिले की रहने वाली शिवानी अपने घर में खेती किसानी में वह पिता का हाथ बटाती थी, वह बीए तक पढ़ाई पूरी की है।