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एमपी के इंदौर में खनिज माफिया ने पुलिस का रास्ता रोकने बिछा दी थी कीलें, प्रशासन ने लगाया 13 करोड़ जुर्माना
खनिज माफिया अपने मंसूबे में कामयाब हो सकें इसके लिए वे नित नए हथकण्डे अपनाने से बाज नहीं आती। ऐसा ही एक मामला एमपी के इंदौर में 26 अप्रैल को प्रकाश में आया था जिसमें खनिज माफिया ने कीलों का इस्तेमाल किया था। पुलिस टीम इन तक न पहुंच सके और यह आसानी से मौके से भाग सकें इसके लिए माफिया ने रास्ते में कीलें बिछा दी थीं। जिससे दबिश देने पहुंची पुलिस टीम के वाहन के टायर फट गए और वह खनिज माफिया मौके से भाग निकले थे।
वाहनों को जब्त कर बनाया था केस
खनिज विभाग के अमले ने पुलिस के साथ मिलकर एमपी इंदौर के बारोली में छापा मारा था। उनका रास्ता रोकने के लिए माफिया ने सड़क पर कीलें बिछा दी थीं। जिससे उनके वाहन का टायर फट गया था। किंतु अधिकारियों ने मौके पर जाकर अवैध खनन कर रहे वाहनों को जब्त कर केस बना लिया था। इसके बाद वरिष्ठ अफसरों को रिपोर्ट सौंपी गई। रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन ने खनिज माफिया पर जुर्माना लगाया है। जुर्माना नहीं भरने पर सख्त एक्शन लिया जा सकता है।
इन पर लगाया जुर्माना
इंदौर में खनिज विभाग के साथ पुलिस ने मिलकर अवैध खनन वाले इलाके में दबिश दी थी। जिस जमीन पर यह अवैध खनन होना पाया गया वह जिंसी क्षेत्र में रहने वाले संजय पिता बालकृष्ण शुक्ला की है। सौंपी गई रिपोर्ट के बाद प्रशासन ने वाहन मालिक वीर सिंह नरवरिया, प्रतीक कौशल, हरिनारायण नरवरिया, प्रदीप चौहान और शुभम ठाकुर पर 13.39 करोड़ का जुर्माना लगाया है। जुर्माना नहीं भरने पर आरोपियों के खिलापफ सख्त एक्शन लिया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक इंदौर और आसपास के जिलों में डेढ़ सौ से ज्यादा गिट्टी, मुरम की खदानें हैं। जिन्हें नेता अथवा उनके समर्थकों ने लीज पर ले रखा है और वे तय अनुमति से अधिक हिस्से में खनन कर पर्यावरण को क्षति पहुंचा रहे हैं।