इंदौर

इंदौर युवक पिटाई मामले की खुली परत, नाबालिग लड़की ने दर्ज करवाई शिकायत, आरोपी गिरफ्तार, 3 आईडी में 3 अलग-अलग नाम

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत
24 Aug 2021 3:47 PM IST
Updated: 2021-08-24 10:28:13
Indore youth beating case, minor girl lodged complaint, accused arrested, 3 different names in 3 IDs
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इंदौर में युवक की पिटाई मामले की परत धीरे-धीरे खुल रही है। अब जिस लड़के की पिटाई की गई है उसपर नाबालिग लड़की ने शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने अरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

Indore / इंदौर। चूड़ी बेचने आये युवक के साथ हुई मारपीट का मामले की परत खुलने लगी। घटना के पहले दिन पुलिस ने जिसे साधारण मारपीट मान रही थी। उसकी दिनों दिन परत खलने लगी है जिसमें अहम जानकारी निकलकर सामने आ रही है। एक ओर जहां नाबालिग युवती ने अपने साथ हुए छेड़छाड़ की शिकायत पुलिस में करते हुए एफआईआर दर्ज करवा दी है। वहीं पुलिस को जांच में पता चला कि आरोपी चूडीवाले युवक के पास से 3 नाम के 3 आई डी मिली है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

आरोपी गिरफ्तार

पीडित नाबालिग लड़की ने चूड़ी वाले युवक तस्लीम के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी है। वहीं पुलिस ने आरोपी युवक को पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर गिरफतार कर लिया गया है। तस्लीम उत्तर प्रदेश के हरदोई का रहने वाला है। वह इंदौर के रानीपुरा स्थित मुसाफिर खाने में रुका हुआ था।

बच्ची ने बताई सारी बात

पुलिस के पास पहुंची पड़ित बच्ची ने बताया कि आरोपी तस्लीम ने चूड़ी बेचने के दौरान उसे बुरी नीयत देख रहा था। मां पैसे लेने गई तो उसने उसे छुआ और हाथ पकड़ा था। आरोपी की इस हरकत से नाबालिग डर गई और वह अचानक से चीख पड़ी। बच्ची की आवाज सुनकार मां आई और पड़ोस के लोग भी इकट्ठा हो गए। लोगों ने तस्लीम की पिटाई की थी।

आरोपी के पास से 3 आईडी मिली

पुलिस के जाचं मे आरोपी युवके के पास से 3 आईडी मिली है। तीनों आईडी में उसके अलग-अलग 3 नाम भी मिले हैं। वही सभी आईडी में उसने पिता के नाम भी अलग-अलग मिले है। आरोपी के तस्लीम के पास से 2 आधार तथा 1 वोटर आईडी मिला। एक में तस्लीम, दूसरे में असलीम तथा तीसरे में गोलू नाम लिखा है। वहीं पिता का नाम मोहर अली, मोर सिंह और मोहन सिंह लिखा है।

क्या है आईडी का भेद

पुलिस अब आरोपी के मनशूबे जानने का प्रयास कर रही है कि अगर केवल चूडी बेचने का काम करता है तो उसे तीन नाम से अलग-अलग आईडी बनवाने की आवश्यकता थी। ऐसे आईडी तो अपराधियों के पास से बरामद होते है। माना जारहा है कि युवक कोई बड़ा कांड तो नहीं करने वाला था। वह गांव में घूमकर आखिर क्या जानने का प्रयास कर रहा था।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

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