- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- इंदौर
- /
- Indore: बावडी में...
Indore: बावडी में डूबने से एक की मौत, दोस्त ने जान बचाने कूदा, रहा असफल
इंदौर / Indore। घूमने के इरादे से निकले चार दोस्त सजराना पहुंच गये और वहा रोशिया बाबा की दहगाह के पीछे स्थित बावडी में नहाने के इरादे से कुद गये।
जिसमें युवक एक युवक डूब गया। वही साथ आये दो दोस्त जो रिस्ते में चचेरे भाई थे वह भाग निकले वहीं एक दोस्त ने अपनी जान की परवाह किये बिना ही बावडी में कूद कर दोस्त की जान बचाने का प्रयास किया।
लेकिन जब तक वह दोस्त को निकाल कर बाहर लापाता उसकी मौत हो चुकी थी।
पिकनिक मनाने गये थे
जानकारी के अनुसार खजराना के चार युवक सिमरोल स्थित चोरल नदी के पास स्थित रोशिया बाबा की दरगाह के पास पिकनिक मनाने पहुंचे।
दरगाह के पास की बावडी में नहाने की योजना बनाते हुए आकिब उर्फ सोजू 19 वर्ष ने पहली छलांग लगाई। लेकिन वह छलांग लगाने के बाद पानी से बाहर नही निकला।
भाग गये चचेरे भाई
युवक के डूबने से ऐसे में वहां मौजूद तीनों दोस्त घबरा गये। जिसमें सोजू के दो चचेरे भाई फरहान और अरमान भी साथ में थे वह बचाने के लिए कोई प्रयास करने के बजाय बाइक लेकर फरार हो गये।
वही तीसरा जो दोस्त था वह दोस्त को बचाने बावड़ी में कूद गया।
दोस्त ने लगाई बचने बावडी में छलांग
दोस्त को कुंड में फंसा देख चैथे युवक आर्यन ने जान की परवाह किये बगैर नदी के कुंड में छलांग लगा दी।
दोस्त की जान बचाने प्रयास किया लेकिन वह सफल नही हो सका। बताया तो यहां तक जाता है कि आर्यन को तैरना नही आता था फिर भी वह कुंड में कूद गया। नदी में तैर रहे लोगों ने जब आर्यन को डूबता हुए देखे तो उन लोगो ने जान बचाई
प्रतिबंध का बोर्ड फिर भी अनदेखी
जिस कुंड में ये हादसा हुआ है वहां लोगों को सचेत करने के लिए प्रतिबंध का बोर्ड लगा हुआ हैं। लोगों केा वहा जाने की मनाही है।
इसके बाद भी लोग स्टंट करने के उद्देश्य से इस तरह के प्रतिबंधित स्थानों में जाने से नही चूकते है।
इसी का परिणाम हैं कि कई बार इस तरह से घटना हो चुकी है।
तैनात रहती है पुलिस
बताया जाता है कि तिस जगह यह हादसा हुआ है वहां लोगो कई धार्मिक स्थल है। साथ ही जंगल का मनोरम दृष्य लेागों केा अनायास ही अपनी ओर आकर्षित करता है।
लेकिन नदी होेने से कई कई दुर्गम घाट है। जहाँ जान का खतरा बना रहाता है। ऐसे में शनिवार, रविवार, अन्य छुट्टी के दिन, 15 अगस्त तथा 26 जनवरी जैसे बडे त्यौहारों पर पुलिस तथा जंगल विभाग के जवान तैनात रहते हैं।
शनिवार व रविवार के अलावा 15 अगस्त, 26 जनवरी जैसे छुट्टी के विशेष मौकों पर भी पर्यटक यहां पहुंचते हैं। बारिश के दौरान आवाजाही बढ़ जाती है।
इस वजह से वीकेंड व छुट्टी के खास मौकों पर ही वन विभाग के जवान व सिमरोल थाने के जवान यहां तैनात रहते हैं। वे इन स्थानों पर गहराई में खतरनाक हिस्सों पर जाने वाले लोगों को सीटी बजाकर आगाह करते हैं।