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Indore : मौन जुलूस में उग्र हुए कांग्रेसी, पुलिस ने चलाया वाटर कैनन
Indore / इंदौर। सरकार की दोहरी नीति के विरोध में कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन कर अपनी मांगों का ज्ञापन एसडीएम को सौपा। इसके लिए कांग्रेस ने तय किया था कि वह मौन जुलूस निकालेगा। मौन जुलूस से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन कलेक्ट्रेट पहुंचते-पहुंचते मुखर होते हुए उग्र हो गया। जिसे काबू करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन तथा हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठी का भी सहारा लेना पड़ा। बाद में एडीएम को कांग्रेसियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा व साथ में गणेश प्रतिमा भेंट की।
राजनैतिक रैली को छूट, धार्मिक जुलूस पर प्रतिबंध क्यों
विरोध कर रहे कांग्रेसियों का कहना है कि सरकार की नीति समझ के परे है। वह पूरी तरह मनमानी पर उतारू है। त्यौहार वर्ष में एक बार आते हैं। लेकिन सरकर ने धार्मिक जुलूसों पर कोरोना के नाम पर प्रतिबंध लगा रखा है। वही राजनैतिक रैलियों को अनुमति दी जा रही है। सरकार का यह दोहरा मापदंड समझ में नही आ रहा है। इसी बता को लेकर कांगेस के नेता मौन जुलूस निकाल रहे थे।
तय हुआ था मौन जुलूस
जानकारी के अनुसार उक्त मुद्दे पर काग्रेस के नेताओं द्वारा तय किया गया था कि राजबाडा से चार-चार लोगों की लाइन में काले कपड़े और मास्क लगाकर मौन रैली निकालेंगे। कोई नारेबाजी नही होगी। तख्तियों में आपनी बातें लिखी जायेंगी। बाद में कलेक्ट्रेट पहुंचकर मांगों का ज्ञापन दिया जायेगा।
तय कार्यक्रम और निर्देश के आधार पर चार-चार की लाइन में राजवाड़ा से मौन रैली कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुई। कलेक्ट्रेट के पास रैली पहुंचते ही कांग्रेसी मुखर होकर उग्र हो गये। नारेबाजी शुरू हो गई। ज्ञापन लेने कलेक्टर कार्यालय के अंदर जाने की मांग करने लगे।
पुलिस ने समझाया तो विवाद करने लगे। लोग जबरन कलेक्ट्रेट के अंदर प्रवेश करने लगे। पुलिस के मना करने के बाद भी नही माने। जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। वाटर कैनन से पानी की बौछार की गई। लाठियो के सहारे लोगों को रोका गया।बाद में एडीएम पवन जैन व राजेश राठौर बाहर आए तो कांग्रेसियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा व साथ में गणेश प्रतिमा भेंट की।
ये हुए शामिल
रैली में इंदौर कांग्रेस की प्रभारी विजया लक्ष्मी साधौ, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, सुरजीतसिंह चड्ढा आदि शामिल थे। वहीं विधानसभा क्षेत्र से कार्यकर्ता पहुंचे थे।