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Slipping Issue : जाने किस वजह से आपका नवजात लेता है सोते समय झटके

Shailja Mishra | रीवा रियासत
15 Dec 2021 3:00 AM IST
Updated: 2021-12-14 21:31:00
Slipping Issue : जाने किस वजह से आपका नवजात लेता है सोते समय झटके
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बच्चों का सोते समय हिलना-डुलाना नार्मल प्रक्रिया है. लेकिन अगर यह ज्यादा होतो रखें इन बातों का ध्यान।

Slipping Issue : जब बच्चा (Child) छोटा होता है तब वो अधिकतर सोता रहता है। पर क्या आपने भी सोते समय इस बात पर गौर किया है कि बच्चा (Child) कभी हंसता है तो कभी रोने जैसी शक्ल बनाता है। तो कभी-कभी सोते समय बच्चा चौक जाता है यानी उसे झटके (Tremors) जैसे आते हैं। पर क्या आप जानती हैं ऐसा क्यों होता है? लोगों का मानना है कि यह सब बच्चों के शारीरिक विकास (Physical development) के कारण होता है।

किन कारणों से बच्चों को नींद में आते हैं झटके (For what reasons do babies get tremors in their sleep?)

● सोते समय अगर बच्चा झटके (Tremors) खाता है, तो एक एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसका सबसे महत्वपूर्ण कारण होता है बच्चे के अविकसित मस्तिष्क का विकास। इसलिए आपको यह देखकर परेशान होने की जरूरत नहीं है कि बच्चा (Child) आपका छोटे-छोटे समय झटके क्यों ले रहा है? यह पूरी तरह से नॉर्मल प्रक्रिया है।

● कभी-कभी ऐसा होता है बच्चे को कच्ची नींद की वजह से भी झटके (Tremors) आते हैं, और उसके हाथ पैर हिलते रहते हैं। अगर आप ऐसा देखते हैं तो हमेशा ध्यान रखें कि बच्चे को एक शांत वातावरण में सुलाएं।

● अगर गर्भावस्था के दौरान होने वाली मां बहुत मात्रा में कैफीन (Caffeine) का सेवन करती है तो भी सोने के दौरान बच्चों कुछ झटके (Tremors) आ सकते हैं।

● छोटे बच्चे ज्यादा हिलडुल नहीं पाते और एक मुद्रा में लेटे रहते हैं। जिस कारण उनके हाथ पैरों में ऐंठन होने लगती हैं। इस वजह से ही बच्चे को सोते समय झटके (Tremors) आते हैं और कभी-कभी बच्चा रोने भी लगता है अगर आप ऐसा देखे कि बच्चा सो नहीं पा रहा तो आप उसकी मालिश (Massage) करें उसे आराम मिलेगा।

अगर बच्चे को झटके आए तो अपना यह तरीके (follow this method)

● अगर आपका बच्चा सोते समय झटके खाता है और बार-बार उठ जाता है तो यह आपके लिए परेशानी का सबब होगा।

● ध्यान रखिए जब भी बच्चे को झटके (Tremors) आए तो उसके हाथ पैर को अपने हाथों से सहलाएं।

● सोते समय बच्चों के ऊपर थपकी देते रहे।

● हमेशा बच्चों को सुलाने से पहले उनकी मालिश (Massage) करके ही उनको सुलाएं।

● उसे समय-समय पर दूध भी पिलाते रहे।

● सोते समय अपने घर के माहौल को शांत रखें और उसके कमरे की रोशनी को धीमा, ध्यान रखें बच्चा जितना ज्यादा सोएगा उतना ज्यादा ही उसका शारीरिक और मानसिक विकास (Physical and mental development)अच्छे से होगा।

● अगर बच्चा बहुत तीव्र गति से झटके (Tremors) लेता है और बहुत ज्यादा रोता है तो आप किसी अच्छे बच्चों के डॉक्टर को भी संपर्क कर सकते हैं।

Shailja Mishra | रीवा रियासत

Shailja Mishra | रीवा रियासत

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