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बच्चों को बुखार आए तो इस तरह से रखें उनका ख्याल
एक पेरेंट्स (parents) होने के नाते सभी की यह इच्छा होती है कि उनके बच्चे हमेशा स्वस्थ्य और सुरक्षित रहे। लेकिन जब बच्चे बीमार (Sick) पड़ जाते है तो मन को काफी तकलीफ होती है। इस दौरान हर माँ की यही इच्छा होती है कि कैसे जल्द से जल्द उनके बच्चे को आराम दिलाया जाए। बुखार (Fever) आना नेचुरल है हर बच्चे को कभी न कभी बुखार (Fever) जरूर होता है। बुखार होने का अर्थ है कि आपके बच्चे के शरीर का तापमान सामान्य से अधिक है। आपको बता दें कि बुखार(Fever) खुद में एक बीमारी नहीं है लेकिन यह किसी आंतरिक बीमारी का लक्षण हो सकता है। बुखार (Fever) यह संकेत देता है कि आपके बच्चे के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण से लड़ रही है। बुखार (Fever) का एक अन्य कारण भी है और वह है टीकाकरण। तो चलिए आज हम इस पोस्ट में आपको जानकारी देंगे कि कैसे बुखार के समय बच्चों का ख्याल रखा जाए?
बच्चों के टेम्परेचर की निगरानी करते रहें
छोटे बच्चे अक्सर अपनी समस्या नहीं बता पाते। बुखार के समय आप नियमित अंतराल पर बच्चे का टेम्परेचर (Baby temperature) लेती रहें। अप चाहे तो हर 4 घंटे में अपने छोटे शिशु का बॉडी टेम्परेचर (Baby temperature) माप सकते हैं। आप टेम्परचर (Temperature)चेक करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक थर्मामीटर (Electronic thermometer) का उपयोग कर सकती हैं।
तरल पदार्थों का सेवन करायें
बुखार के दौरान शरीर में तरल पदार्थों की कमी तेजी से होने लगती है। इसलिए यह जरूरी है कि अपने बच्चे को अतिरिक्त मात्रा में तरल पदार्थ दें। अगर आपका बच्चा ब्रेस्टफीड करता है तो जितना अधिक हो सके उसे ब्रेस्टफ़ीड कराएं। अगर आपका बच्चा थोड़ा बड़ा है तो उसके उबाल कर ठंडा किया हुआ पानी समय समय पर पिलाती रहे।
अपने बच्चे की ड्रेसिंग का रखे ख्याल
बुखार के समय अपने बच्चे को बहुत सी माएं अधिकतर ठंड से बचाने के लिए बच्चो को बहुत से कपड़े पहन देती है जिससे उनका टेम्परेचर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। ध्यान रखिए बुखार के वक्त बच्चे को बहुत गर्म या बहुत ठंडा होने से बचाना चाहिए। सबसे अच्छा होगा कि आप अपने बच्चे को सूती कपड़े पहनाएं। सूती कपड़े पसीने को अच्छे से अवशोषित करते हैं. सूती कपड़ों में आपका बच्चा खुद को ज्यादा सहज महसूस करेगा।
इसके अलावा आप अपने बच्चे के कमरे को हवादार रख सकती है, उसे पर्याप्त आराम कराएं और जरूरत पड़ने पर माथे पर गुनगुने पानी की पट्टी रखे। अगर इन सबसे आपके बच्चे को आराम नहीं मिलता है तो उसे किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाएं।