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Eye Flu: आंखों की बीमारी बहुत तेज़ी से फैल रही है, बच्चों को ज्यादा खतरा, डॉक्टर अभिषेक मणि त्रिपाठी ने दी आवश्यक सलाह

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Eye Flu: बारिश का मौसम शुरू होने होते ही संक्रमण बीमारियों का दौर शुरू हो जाता है। इन दिनों शहर के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में तेजी के साथ आंखों में होने वाला संक्रमण चल रहा है.

Eye Flu: बारिश का मौसम शुरू होने होते ही संक्रमण बीमारियों का दौर शुरू हो जाता है। इन दिनों शहर के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में तेजी के साथ आंखों में होने वाला संक्रमण चल रहा है. जिसकी दहशत सभी में बनी हुई है जिसको एडीनो वायरस कंजेक्टिवाइटिस कहा जा रहा है। जिससे रोजाना चिकित्सक के पास अधिक संख्या में एडिनो वायरस के मामले सामने आ रहे हैं जिसको लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा इस वायरस से सतर्क व सावधान रहने की सलाह दी जा रही है.

अग्निबाण से बीमारी के प्रकोप से नागरिकों को बचाने के लिए रीवा के डॉक्टर अभिषेक मणि त्रिपाठी होम्योपैथी से खास चर्चा की जिसमें उन्होंने बताया कि वायरल संक्रमण की वजह से बच्चों में ज्यादा और बड़ों में भी कंजेक्टिवाइटिस के होने के मामले देखे जा रहे हैं इसकी वजह एडिनो वायरस कंजेक्टिवाइटिस का संक्रमण है। जिससे ठीक होने में लगभग 1 सप्ताह या उससे अधिक का भी समय लग रहा है। वही विशेषज्ञ का यह भी कहना है कि कंजेक्टिवाइटिस के मामले औसत से ज्यादा जरूर बढ़ रहे हैं लेकिन यह कोई महामारी की तरह नहीं है बस इस संक्रमण से सभी को सावधान रहने की जरूरत है।

चिकित्सक की आवश्यक सलाह

होम्योपैथी चिकित्सक विशेषज्ञ डॉक्टर अभिषेक मणि त्रिपाठी के अनुसार सामान्य रूप से कंजेक्टिवाइटिस के ठीक होने में 1 से 6 सप्ताह का वक्त लगता है। आमतौर पर यह अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए। जिसमें अपनी आंखों को छूने पूछने से परहेज करने के अलावा हाथ धोने के बाद ही किसी दूसरे व्यक्ति या वस्तु को छुए तभी इस संक्रमण को दूसरे तक पहुंचाने से रोका जा सकेगा लेकिन संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति को कोशिश करनी चाहिए कि वह विशेषज्ञ चिकित्सक का आवश्यक परामर्श जरूर ले और बिना चिकित्सीय परामर्श के किसी भी प्रकार का आंखों में कोई प्रयोग ना करें।

इस प्रकार की गतिविधियों से फैल रहा संक्रमण

डॉक्टर अभिषेक मणि त्रिपाठी के अनुसार आंखों से निकलने वाला आंसू से संक्रमण होता है। वही किसी संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले आंसुओं के संपर्क में आने और फिर अपनी आंखों को छूने से लोगों में संक्रमण होने की आशंका काफी बढ़ जाती है इसके अलावा सर्दी और खांसी के दौरान सीखने से भी संक्रमण फैल सकता है इसलिए इन सभी गतिविधियों से बचना चाहिए और कोशिश करना चाहिए कि संक्रमित व्यक्ति खुद को आइसोलेट कर ले ताकि यह संक्रमण किसी दूसरे तक ना पहुंचे ।

मिक्स इंफेक्शन का भी खतरा सामने आ रहे मरीज

डॉक्टर अभिषेक मणि त्रिपाठी ने बताया कि एडिनोवायरस के साथ-साथ मिक्स इंफेक्शन के भी मरीज बैक्टीरियल कंजेक्टिवाइटिस से पीड़ित होकर सामने आ रहे हैं। इसलिए इन दिनों दो तरह से आंखों का संक्रमण शहर के अलावा अन्य जिलों में फैला हुआ है जिससे सभी को सावधान रहने की जरूरत है

एडीनो वायरस के इस तरह के दिखाई दे रहे हैं लक्षण

वायरस के लक्षण दिखाई दे रहे हैं अभिषेक ने बताया कि कंजेक्टिवाइटिस आंखों का एक्शन है। जिसे आमतौर पर पिंकी के नाम से भी जाना जाता है यह वायरस जनित संक्रमण रोग है आंखों का लाल होना जलन खुजली और आंख से लगातार आंसू निकलना, साफ या पीला सराव बहना, पलकें आपस में चिपक जाना, पलक में सूजन होना आदि एडिनो वायरस के प्रमुख लक्षण हैं ।

सभी को सावधानी बरतने की जरूरत हैं इस बात का रखें विशेष ध्यान

संक्रमण वाले मरीज खुद को आइसोलेट कर ले संक्रमित व्यक्ति को भीड़भाड़ वाले स्थान में नहीं जाना चाहिए। संक्रमित व्यक्ति अपने तौलिए, साबुन , विस्तार सहित अन्य से उपयोगी वस्तु को अलग से उपयोग करें । जिससे संक्रमण दूसरे तक ना पहुंच सके । संक्रमित व्यक्ति को बार-बार आंख में हाथ नहीं लगाना चाहिए यदि आंख में हाथ बार बार लगाया जाता है तो बार-बार हाथ को साबुन से धोना चाहिए या फिर से सेनेटाइस करना चाहिए । संक्रमित बच्चे और बड़े सभी को काला चश्मा पहनना चाहिए। संक्रमित व्यक्ति के परिवार में अन्य किसी भी यह संक्रमण हुआ है तो वह अपना आई ड्रॉप दूसरे परिवार के सदस्य को उपयोग करने ना दे। लक्षण दिखाई पड़ने पड़ते ही तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

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