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खाने में चिकन लोगो की बन रहा पसंद, पहले मुर्गा पालना भी माना जाता था पवित्र
Domestication history of chickens: आज नॉनवेज (Nonveg) खाने वालों की संख्या आए दिन बढ़ रही है, लेकिन पहले मुर्गे पालन (Poultry farming) करना लोगो को शौक हुआ करता है। जानकारी की तहत मुर्गा पालन की शुरूआत 10,000 वर्ष पहले हुई, जबकि चिकन खाना 7000 वर्ष पहले शुरू किया गया था। खोज कर्त्ताओं का मानना है कि इन 3000 वर्षो में मुर्गे का पालन लोग शौक में करते थें और इसे अच्छा मानते थें।
इन देशों में
यूरोपियन रिसर्च में यह सामने आया था कि मुर्गे को घरेलू तौर पर पालन करने की शुरूआत 1500 ईसा पूर्व हुई थी। यानि कि तकरीबन 3522 वर्ष पहले। जांच में यह भी पाया गया कि इसके पालने की शुरूआत लाओस, कंबोडिया, वियातनाम, थाईलैंड, आदि देशों में हुई थी।
89 देशों में रिसर्च
वैज्ञानिकों ने अपनी स्टडी के लिए 89 देशों के 600 आर्कियोलॉजिकल स्थानों की जांच की. उन्होंने वहां से मिले मुर्गों के अवशेषों का अध्ययन शुरू किया. ताकि मुर्गों की हड्डियों से उनकी आंतरिक सरंचना के बारे में पता कर सकें. इसके बाद जिन स्थानों पर ये हड्डियां मिलीं हैं, वहां की संस्कृतियों और समाज के इतिहास के बारे में पता किया गया. रेडियोकार्बन डेटिंग से मुर्गों के जिंदा रहने और मारे जाने के समय का पता किया गया।
एवियन आर्कियोलॉजी की एक्सपर्ट डॉ. जूलिया बेस्ट ने बताया कि पहली बार रेडियोकार्बन डेटिंग के जरिए हमने समाज में मुर्गों के महत्व का पता किया है. हमारी स्टडी से स्पष्ट तौर पर पता चलता है कि इंसानों का मुर्गों से आमना-सामना कब हुआ था. कब उन्होंने मुर्गों को अपने पास आने की इजाजत दी. कब मुर्गों को पालना शुरू किया और कब उसे खाना शुरू कर दिया था।