गुना

Tribal Woman Burnt Alive: गुना में डीजल डालकर आदिवासी महिला को जिंदा जलाया, वो चीखती-तड़पती रही, आरोपी बनाते रहे वीडियो

Ankit Pandey | रीवा रियासत
3 July 2022 2:55 PM IST
Updated: 2022-07-03 09:27:06
Tribal Woman Burnt Alive: गुना में डीजल डालकर आदिवासी महिला को जिंदा जलाया, वो चीखती-तड़पती रही, आरोपी बनाते रहे वीडियो
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Tribal Woman Burnt Alive In Guna: यह हृदय विदारक घटना शनिवार की दोपहर बमोरी के धनोरिया गांव की बताई गई है। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने दो आरोपियों को अपनी हिरासत में ले लिया है।

Tribal Woman Burnt Alive In Guna: गुना में एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां सहरिया आदिवासी महिला (Tribal Woman) को जिंदा जला दिया गया। इस दौरान आरोपियों ने बर्बरता की सभी हदें पार करते हुए महिला का आग से झुलसते हुए का वीडियो भी बनाते रहे। आग की लपटों से घिरी महिला चीखती-तड़पती रही, आरोपियों से बचाव की गुहार लगाती रही। लेकिन आरोपियों ने महिला की एक भी नहीं सुनी। आग से 80 प्रतिशत झुलसी महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया, यहां से उसे भोपाल रेफर कर दिया गया है। महिला बयान देने की स्थिति में नहीं है। यह हृदय विदारक घटना शनिवार की दोपहर बमोरी के धनोरिया गांव की बताई गई है। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने दो आरोपियों को अपनी हिरासत में ले लिया है। कलेक्टर और एसपी द्वारा गांव पहुंच कर मौका मुआयना किया गया।

पुलिस ने बताया कि अर्जुन सहरिया को उसकी पत्नी रामप्यारी सहरिया को खेत में जली हुई अवस्था में मिली थी। अर्जुन की माने तो जब वह खेत जा रहा था, तब वहां से कथित आरोपी हनुमत, प्रताप, श्याम किरार और इन तीनों की पत्नी व मां ट्रैक्टर से भाग रहे थे। उसकी पत्नी खेत में पड़ी हुई थी, सारे कपडे़ जल गए थे और वहां से धुआं निकल रहा था।

पुलिस की लापरवाही

महिला के पति अर्जुन ने बताया कि उसने 23 जून को पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया था। अपने शिकायती आवेदन में उसने आरोपियों ने अपनी जान को खतरा बताया था। एसपी को आवेदन देने के पूर्व बमोरी थाने में भी आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की। फरवरी में आरोपियों ने बमोरी तहसील प्रांगण के समीप अर्जुन की पिटाई भी की थी। अर्जुन द्वारा इसकी एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। पुलिस पर आरोप है कि अगर समय रहते पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती तो आदिवासी महिला को जिंदा जलाने की घटना घटित नहीं होती।

घटना का कारण

विवाद का कारण 6 बीघा जमीन है। इस जमीन पर एक साल पहले आरोपियों ने कब्जा कर रखा था। मई में इस मामले का निपटारा करते हुए तहसीलदार ने इस जमीन पर सहरिया आदिवासी परिवार को कब्जा दिलाया था। शनिवार को महिला को पता चला कि आरोपी जमीन पर कब्जा कर जुताई कर रहे हैं। यह सुनते ही महिला अकेले ही खेत पहुंच गई। जहां आरोपियों ने महिला पर डीजल डाल कर उसे जला दिया।

वर्जन

पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है, आरोपियों ने फरियादी पक्ष की जमीन पर कब्जा कर रखा था. जिसे मई में मुक्त कराया गया था।

पंकज श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक गुना

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