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प्रोजेक्ट टाइगर क्या है, कब, क्यों और कैसे शुरू हुआ? पूरी डिटेल में समझें

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत
29 July 2023 3:00 PM IST
Updated: 2023-07-29 09:27:39
प्रोजेक्ट टाइगर क्या है, कब, क्यों और कैसे शुरू हुआ? पूरी डिटेल में समझें
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भारत में प्रोजेक्ट टाइगर शुरू करने की क्या जरूरत पड़ी थी? प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत किसने की?

What is Project Tiger In Hindi: हमेशा कॉम्पिटिटिव एग्जाम में 'प्रोजेक्ट टाइगर' से जुड़ा प्रश्न पूछा जाता है. लेकिन यहां सिर्फ बात प्रतियोगी परीक्षाओं की नहीं है. अगर आप नौकरी पाने के लिए परीक्षा नहीं भी दे रहे हैं तो इसका मतलब ये तो नहीं कि आपको जनरल नॉलेज पता ही नहीं करना चाहिए। खैर हम प्रोजेक्ट टाइगर (Project Tiger) की बात कर रहे हैं. यह ऐसा अभियान है जिसकी मदद से भारत में बाघों की संख्या बढ़ाने में मदद मिली है.

  • प्रोजेक्ट टाइगर कब शुरू हुआ था

भारत में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत 1 अप्रैल 1973 से हुई थी. जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से Project Tiger को लॉन्च किया गया था.

  • प्रोजेक्ट टाइगर किसने शुरू किया था

तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की थी

  • प्रोजेक्ट टाइगर के वक़्त भारत में बाघों की संख्या कितनी थी

जब भारत में प्रोजेक्ट टाइगर को शुरू किया गया था तब देश में सिर्फ 268 बाघ थे

प्रोजेक्ट टाइगर क्यों शुरू किया गया था

भारत में पहले राजाओं ने फिर अंग्रेजों ने इतने बाघों का शिकार किया कि यह विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गए. जिस देश में बाघों की कोई कमी नहीं थी वहां सिर्फ 268 बाघ बचे थे. ऐसे में इनके संरक्षण की जरूरत महसूस हुई, वरना बचे हुए 268 बाघ भी किसी राजा की कोठी में शोपीस बनकर रह गए होते। 19वीं सदी में भारत में बाघों की संख्या करीब 40 हजार थी. जो सिर्फ 73 सालों में घटकर 268 रह गई. तब इन्हे बचाने के लिए इंदिरा गांधी ने प्रोजेक्ट टाइगर शुरू किया था

बाघों का संरक्षण क्यों जरूरी है

लोग सोचते हैं कि बाघ, शेर, तेंदुआ, चीता जैसे जानवर तो बड़े खतरनाक होते हैं. इंसानों को भी मार कर खा लेते हैं. तो इन्हे बचाने की जरूरत क्या है? ऐसे विचार रखने वालों को सबसे पहले यह मालूम होना चाहिए कि इस दुनिया में जितना हक़ इंसानों का है उतना ही जंगल में रहने वाले जानवरों का भी है. अब आप में बुद्धि आ गई तो क्या दूसरे प्राणियों की कोई एहमियत नहीं है?

दूसरी बात ये है कि जंगली शिकारी जानवर जंगल का इको सिस्टम मेंटेन करने का काम करते हैं. जरा सोचिये अगर जंगल से शिकारी जानवर गायब हो जाएंगे तो पेड़-पौधे खाने वाले जानवर तो कुछ सालों में पूरे जंगलों को सफा चट कर जाएंगे। जंगल नहीं बचेंगे तो पौधे-पत्ती खाने वाले जानवर भी नहीं बचेंगे और इस तरह तो दुनिया ही खत्म हो जाएगी। यह विचार नहीं फैक्ट है.

भारत में बाघों की संख्या

प्रोजेक्ट टाइगर शुरू होने के दौरान देश में बाघ सिर्फ 268 बचे थे लेकिन 50 साल बाद यानी वतमान में भारत में बाघों की संख्या 3167 हो गई है.

भारत में सबसे ज़्यादा बाघ कहां पाए जाते हैं

मध्य प्रदेश ऐसा राज्य है जहां सबसे ज़्यादा बाघ पाए जाते हैं. मध्य प्रदेश Tiger State है. जहां बाघों की संख्या 700 है और एमपी के बाद कर्नाटक में सबसे ज़्यादा बाघ हैं जहां विभिन्न टाइगर रिजर्व में 524 बाघ रहते हैं.

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