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Toothless Grins: कौन है ये बच्ची जिसे गोद में लेके खिलखिलाकर हँसे थें बापू, जानें तस्वीर के पीछे की रोचक कहानी
Mahatma Gandhi And Child Toothless Grins Image Behind Story And History: मोहनदास करमचंद्र गांधी (Mohandas Karamchandra Gandhi) जिनकी हर तस्वीर के पीछे कोई न कोई खास वजह व खास जगह से जुड़ी होती है, खासकर गांधीजी की नोट में छपी तस्वीर को 1946 में तब के वायसराय हॉउस जो की वर्तमान में राष्ट्रपति भवन (President's House) के नाम से जाना जाता है खींची गयी थी. इन्ही तस्वीरों में से एक है जिसमें वे गोद में एक छोटी बच्ची को लिए हुए हँसते हुए दिखते हैं, तस्वीर में गांधी जी व बच्ची दोनों ही मुस्कुराते हैं, उनकी इस तस्वीर को टूथलेस ग्रिन्स भी कहा जाता है, लोगों के मन में कई बार यह प्रश्न उठता है की आखिर यह बच्ची कौन थी ? क्या वह किसी फेमस पॉलिटिशियन की बच्ची थी? क्या ये उस समय के किसी फेमस व्यक्ति की बच्ची थी, ये तस्वीर कब और कहाँ खींची गयी थी? और वर्तमान में वो कौन हैं व कहाँ हैं? तो आज हम आपकी इसी जिज्ञासा का समाधान करने जा रहें हैं.
'टूथलेस ग्रिन्स' तस्वीर का इतिहास क्या है?
'Toothless Grins' Picture History? गाँधी (Gandhiji) जी की गोद में जो बच्ची दिख रहीं हैं उनके पूर्वजों का रोचक इतिहास रहा है जो उन्हें खास बनाती हैं जिस वजह से उन्हें राष्ट्रपिता की गोद में खेलने का गौरव प्राप्त हुआ, इस तस्वीर को एसएस राजपूताना जहाज पर खींचा गया था, गाँधी जी उस समय दूसरे गोलमेज सम्मेलन में शामिल होने के लिए सयुंक्त राज्य जा रहें थें, लेकिन गांधी जी की वहां जाने की इच्छा नहीं थी। जिसके कारण गांधीजी के मुखमण्डल पर हल्की चिंता और उदासी का भाव झलक रहा था. यात्रा को कवर करने वाले फोटोग्राफरों ने इस चीज से निपटने के लिए गाँधी जी को बच्ची को गोद में थमा दिया, मुस्कुराती हुयी बच्ची को देखके गांधीजी खिलखिलाकर हंस पड़े यह बच्ची शुएब कुरैशी और गुलनार की बेटी अजीज फातिमा थीं. फातिमा ने पाकिस्तानी मीडिया को एक इंटरव्यू दिया था जिसपर उन्होंने उस घटना के बारे में बताया था की " उन्होंने मेरे पिता के पास आके पूछा की क्या वे मुझे उधार ले सकते हैं. हम दोनों की तस्वीर को 'टूथलेस ग्रिन्स' (Toothless Grins) कहा जाता है क्योंकि हम दोनों में से किसी के दांत नहीं थे. तस्वीर को न्यूयार्क टाइम्स के कवर में पब्लिश किया गया था।
अजीज फातिमा
Aziz Fatima: अजीज फातिमा का जन्म 23 फरवरी 1931 में भोपाल में हुआ था. उनके नाना मौलाना मोहम्मद अली जौहर (Maulana Muhammad Ali Jauhar) ने उनका नाम उनके जन्म के पहले ही सोच लिया था. जो की अपने आखिरी समय में बीमारियों से जूझ रहें थे उस समय उन्होंने अपनी बेटी गुलनार यानि की अजीज की माँ से मिलने की इच्छा जताई और उन्होंने अपनी बेटी को उनकी पहली संतान बेटी होने पर ये नाम रखने को कहा था. क्योंकि वे चाहते थे की उनकी पहली नाती बेटी ही हो. फातिमा की प्रारंभिक शिक्षा भोपाल के कैम्ब्रिज स्कूल से हुई थी. और 1946 में मैट्रिक की परीक्षा अजमेर बोर्ड से दी थी।
भारत की आजादी व देश का बंटवारा होने पर अजीज का परिवार भोपाल को छोड़कर करांची चला गया. फातिमा के पैदा होने के पहले उनका विवाह तय कर दिया गया था, उनकी शादी डॉ ज़ैनुलबिदीन कमालुद्दीन काज़ी से हुई थी, जो की जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर में आर्थोपेडिक सर्जरी विभाग के संस्थापक थे. फरवरी 2022 में करांची में ही अजीज फातिमा का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था।
Ankit Pandey | रीवा रियासत
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