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Story Of James Marape: पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे की कहानी, PM Modi के पैर छूकर फेमस हो गए
पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे: भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 21 मई की शाम को ऐसे देश गए जहां इससे पहले कोई भारतीय पीएम नहीं गया. फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आईलैंड्स कोऑपरेशन (FIPIC) के तीसरे समिट में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी Papua New Guinea. उनका स्वागत करने के लिए पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे (James Marape, Prime Minister of Papua New Guinea) पहुंचे और पीएम मोदी से हाथ मिलाने के बाद उनके पैर छुए. जब यह तस्वीर इंटरनेट में वायरल हुई तो James Marape दुनिया के लिए ट्रेंडिंग टॉपिक बन गए.
कौन हैं जेम्स मरापे
Who is James Marape: पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे ने 2019 में दूसरी बार पीएम पद की कमान संभाली है. 2019 से पहले भी वह पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री थे. James Marape की राजनितिक पार्टी का नाम पांगु पार्टी (Pangu Party) है. वे साल 2007 से लगातार संसद के रूप में चुने जा रहे हैं.
James Marape PNG के पीएम बनने से पहले 7 साल तक वित्त मंत्री रहे और उससे पहले सिर्फ सांसद और राजनीति में आने से पहले सरकारी अधिकारी के पद पर थे. James Marape आदिवासी समुदाय 'हुली' से ताल्लुख रखते हैं.
पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे की जीवनी
Biography of James Marape Prime Minister of Papua New Guinea: 52 साल के जेम्स मरापे पहली बार 2002 में सांसदी का चुनाव लड़े थे. लेकिन चुनाव के दौरान उन्हें संसदीय क्षेत्र में हिंसा हुई और जब उपचुनाव हुए तो जेम्स हार गए. इसके बाद 2007 में उन्हें नेशनल अलायंस पार्टी की तरफ से टिकट मिला और वह सांसद चुने गए. 2008 में तत्कालीन पीएम सर माइकल सोमारे की सरकार में उन्हें शिक्षा मंत्री बना दिया गया, वह तीन साल तक शिक्षा मंत्री के पद में रहे. इसके बाद मरापे ने पार्टी बदल ली और पीपल्स नेशनल कांग्रेस में शामिल हो गए. 2012 के चुनाव में पीटर ओ नील की सरकार बनी जहां उन्हें वित्त मंत्री बना दिया गया.
वित्त मंत्री रहते हुए उनपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया. देश की एंटी करप्शन बॉडी ने पीएम पीटर ओ नील और जेम्स मरापे के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट जारी हुआ. 2019 में उन्हें वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा. पीएम पीटर ओ नील को भी अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ी. इसके बाद जेम्स मरापे ने फिर से पार्टी बदल दी और पांगु पार्टी ज्वाइन कर ली
इस्तीफा देने के एक महीने बाद ही उन्हें सांसदों का भारी समर्थन मिल गया, जेम्स मरापे पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री बन गए. पीएम बनने के बाद उन्होंने घोषणा की 'मैं पापुआ न्यू गिनी को काले ईसाईयों का सबसे अमीर देश बनाने का संकल्प लेता हूं' पिछले साल यहां फिर से संसदीय चुनाव हुए और इस बार भी मोरापे निर्विरोध पीएम चुने गए. उन्हें पापुआ न्यू गिनी के इतिहास का सबसे अच्छा पीएम माना जाता है.
कहां है पापुआ न्यू गिनी
Where is Papua New Guinea: ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के उत्तर में बसा Papua New Guinea भाषा के मामले में काफी विविध है. इस छोटे से आइलैंड देश में 800 तरह की भाषाएं बोली जाती हैं. यहां की संस्कृति और भाषा की विविधता एक तरफ और पिछड़ापन एक तरफ. क्योंकी यह एक गरीब देश है इसी लिए चीन का यहां काफी प्रभाव है. और पीएम मोदी पहली बार इस देश में गए हैं इसी लिए उनकी विजिट काफी अहम मानी गई