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छत्रपति शिवाजी के भय से मुग़लिया सिपहसालार अफजल खान ने अपनी 63 बीवियों को मार डाला था
शिवाजी की बढ़ती ताकत से घबराकर दिल्ली तख्त पर विराजमान औरंगजेब ने दक्षिण भारत के बीजापुर सल्तान आदिल शाह पर दबाव बनाया। जिस पर आदिल शाह एक-एक कर अपने कई वीर योद्धाओं को छत्रपति शिवाजी से लड़ने के लिए भेजा लेकिन वह सब धराशाई हो गए। अंत में आदिलशाही सल्तनत ने अपने सबसे बड़े जांबाज सिपहसालार अफजल खान को शिवाजी से युद्ध करने के लिए भेज दिया। युद्ध में जाने से पूर्व अफजल खान ने अपनी सभी 63 पत्नियों की हत्या कर दी थी। आइए जाने पत्नियों की हत्या के पीछे आखिर अफजल खान की क्या मंशा थी।
निडर शासक निकला डरपोक
हमारे इतिहासकारों द्वारा कई जगह में मुगलिया सल्तनत के बादशाहों और उनके सिपहसालारों को बहुत ही निडर बताया गया। लेकिन जिस तरह से कुछ घटनाएं सामने आ रही हैं उनसे ऐसा प्रतीत होता है कई ऐसे मुगलिया सिपहसालार और बादशाह रहे हैं जो भारत के वीर योद्धाओं से बहुत डरते थे। अफजल खान का डर ही था कि वह भविष्यवाणी को तथा पूर्व में शिवाजी के हाथों मारे गए आदिल शाह के सेनापतियों की मौत का डर उसे भी सताने लगा था। ऐसे में उसने अपनी पत्नियों की हत्या करने का निर्णय लिया था।
फकीर ने की थी भविष्यवाणी
लेकिन जंग पर रवाना होने के पूर्व एक फकीर ने अफजल खान को लेकर एक भविष्यवाणी कर दी। उसका कहना था कि अफ़ज़ल ख़ान युद्ध से जीवित बच कर नहीं लौट पाएगा। जिस पर आदिल शाह का जांबाज सिपहसालार अंदर ही अंदर इतना घबरा गया कि उसने अपनी 63 पत्नियों की हत्या कर दी।
क्यों अफजल खान ने की पत्नियों की हत्या
अफजल खान को बहुत ही निडर और क्रूर सिपहसालार कहा जाता रहा है। इसके संबंध में इतिहासकारों ने यह भी बताया है की अफजल ख़ान को ज्योतिष और भविष्यवाणी पर कतई विश्वास नहीं था। लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज की दहशत उसके मन में ऐसे समा गई कि वह फकीर की भविष्यवाणी को सत्य मानने लगा। ऐसे में उसे डर सताने लगा कि अगर फकीर की भविष्यवाणी सत्य हुई और मैं युद्ध से वापस ना आ सका तो उसकी सभी 63 रानियां कहीं अन्य लोगों से विवाह कर लेंगी। इस डर से उसने एक-एक कर सभी 63 रानियों की युद्ध में जाने से पूर्व हत्या कर दी।
हत्या करने के लिए अपनाया यह मार्ग
कई जगह ऐसा भी कहा जाता है कि अफजल खान ने युद्ध में जाने से पूर्व पत्नियों की हत्या के लिए सभी 63 रानियों को एक कुएं में ढकेल दिया था। तो वहीं कई जगह इतिहास में लेख मिलते हैं कि अफजल खान ने अपनी सभी 63 रानियों का कत्ल कर मौत के घाट उतार दिया था। ये भी कहा जाता है कि अफजल खान अपनी पत्नियों से बहुत प्रेम भी करता था। दूसरे से शादी करने का डर उसे सताने लगा और अंत में उसने अपनी पत्नियों की हत्या कर दी। बताया जाता है कि बीजापुर से 5 किलोमीटर दूर अफजल खान की सभी पत्नियों को दफनाया गया जहां पर एक मकबरा भी बना हुआ है।
कैसी थी आदिलशाही सल्तनत
आदिलशाही सल्तनत के संबंध में बताया जाता है कि आदिलशाही शिया थे बाद में सुन्नी मुसलमान बन गए। यह युसूफ आदिलशाह द्वारा स्थापित राजवंश था। इसने दक्षिण भारत के कर्नाटक के बीजापुर जिले में अपनी राजधानी बना कर समूचे दक्षिण भारत में राज्य कर रहा था। यह बात 1489 से 1686 तक केंद्रीय रहा। औरंगजेब आदिलशाही सल्तनत पर भी अपनी हुकूमत स्थापित करना चाहता था लेकिन वह सफल नहीं रहा। तो वहीं दिल्ली के मुगलिया साम्राज्य औरंगजेब से खौफ खाता था। ऐसे में ना चाहते हुए भी आदिलशाही सल्तनत औरंगजेब के फरमानों का पालन करती थी।
सच हुई भविष्यवाणी
कहा जाता है कि भविष्यवाणी के बाद भी अफजल खान, छत्रपति शिवाजी से युद्ध करने के लिए रवाना हुआ। उसने कई ऐसी रणनीतियां बनाई जिससे वह भविष्यवाणी को झूठा साबित करते हुए शिवाजी पर विजय प्राप्त करें। लेकिन भविष्यवाणी सच हुई, लाख जतन के बाद भी अफजल खान शिवाजी पर फतह हासिल नहीं कर पाया।
महान छत्रपति शिवजी ने अफजल खान को कैसे मारा इसका किस्सा भी बड़ा दिलचप्स है 'रीवा रियासत' आपको अगले भाग में उस घटना की कहानी भी सुनाएगा