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40 लाख रूपए में मिल रही 'मर्दानगी बढ़ाने वाली छिपकली', जानिए!
मर्दाना ताकत बढ़ाने वाली दवाइयों में एक ऐसी छिपकली का उपयोग किया जाता है जिसकी कीमत सुनका आपके होश उड़ जायेंगे। वहीं यह छिपकली देखने में आम छिपकली के जैसे दिखती है। लेकिन इसकी कीमत करीब 40 लाख से भी ज्यादा है। छिपकली का उपयोग मर्दाना ताकत बढ़ाने के लिए बनने वाली दवाइयां में होता है। यह छिपकली देश के पूर्वोत्तर राज्यों में पाई जाती हैं। लेकिन तस्करी की वजह से आज यह विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी है। अब सरकार इस छिपकली को संरक्षित करने की ओर ध्यान दे रहीं है।
छिपकली का परिचय
इस कीमती छिपकली के सम्बंध में बताया गया है कि इसका नाम गीको है। वही इस छिपकली के टॉक-के जैसे नाम से भी पुकारा जाता है। कई जगह के लेग इसे टॉके नाम से भी जानते हैं।
कहां पाई जाती है
जानकारों की माने ते टोके नाम की यह कीमती छिपकली देश के बिहार, पूर्वोत्तर भारत के कुछ पहाडी इलाकों में पाई जाती है। वहीं बताया जाता है कि यह दक्षिण पूर्व एशिया के साथ ही इंडोनेशिया, फिलीपींस और नेपाल में पाई जाती है।
कीमत चौकाने वाली
इस छिपकली की कमीत सुनने के बाद शायद सहसा लोगो को विश्वास ही नही होता है कि क्या कोई छिपकली 40 लाख से भी ज्यादा कीमत पर बिकती है। लेकिन सोशल मीडिया में मिल रही सूचना पर विश्वास करें तो पता चलता है कि यह बात सत्य है।
दवा बनाने में है उपयोग
टाके नाम की इस छिपकली का उपयोग दवा बनाने में किया जाता है। जिसमें मुख्य रूप से मर्दाना ताकत की बनने वाली दवाएं शामिल हैं। वहीं डायबिटीज, एड्स तथा कैंसर रोगों के लिए बनने वाली दवा में इसका उपयोग हो रहा है। लेकिन यह पूर्ण जानकारी नही है।