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First Night: शादी की पहली रात दुल्हन दूल्हे को क्यों पिलाती है केसर का दूध?

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First wedding Night: शादी की पहली रात दूल्हा-दुल्हन को केसर दूध पिलाने की परंपरा भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है

Shadi Ki Pahli Rat Kesar Doodh Kyu Pite Hai, Shadi Ki Pahli Raat Dulhan Dulhe Ko Kesar Doodh Kyu Pilati Hai: शादी की पहली रात दूल्हा-दुल्हन को केसर दूध पिलाने की परंपरा भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसके पीछे कुछ वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक कारण माने जाते हैं। यह परंपरा ना केवल नवविवाहित जोड़े को शारीरिक और मानसिक रूप से तरोताजा करने के लिए होती है बल्कि इसका संबंध अच्छे स्वास्थ्य और दांपत्य जीवन की शुभकामनाओं से भी जुड़ा है। आइए, इसे विस्तार से समझते हैं:

1. केसर दूध के स्वास्थ्य लाभ

ऊर्जा और सहनशक्ति: केसर को कामोत्तेजक और शारीरिक शक्ति बढ़ाने वाला माना गया है। यह नवविवाहित जोड़े को ऊर्जावान और उत्साहित महसूस कराता है। दूध में केसर मिलाने से यह संयोजन ऊर्जा और सहनशक्ति बढ़ाने में सहायक होता है।

तनाव और चिंता से राहत: शादी के दिन का तनाव और नई शुरुआत के कारण जोड़ों में हल्का तनाव हो सकता है। केसर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और शांतिदायक गुण उनके मूड को स्थिर करने और चिंता को कम करने में मदद करते हैं।

मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य: दूध में केसर मिलाकर पीने से मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। साथ ही, यह शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन को सक्रिय करता है, जो कि जोड़ों को ऊर्जावान और खुशहाल बनाता है।

2. शुभता और मिठास का प्रतीक

सकारात्मक शुरुआत: परंपरा के अनुसार, किसी भी शुभ काम की शुरुआत में मिठास का होना महत्वपूर्ण माना जाता है। शादी की रात केसर दूध से शुरुआत करना, दांपत्य जीवन में मिठास और सौहार्द्र का प्रतीक है।

सुखी वैवाहिक जीवन का प्रतीक: केसर दूध, एक तरह से सुखी दांपत्य जीवन के लिए एक आशीर्वाद की तरह दिया जाता है। इसे वैवाहिक जीवन में प्रेम, मिठास और खुशी लाने का प्रतीक माना जाता है।

3. परंपरा और संस्कृति का हिस्सा

प्राचीन मान्यता: प्राचीन भारतीय ग्रंथों, जैसे कि कामसूत्र, में केसर दूध का उल्लेख मिलता है। माना जाता है कि यह शारीरिक संबंधों में ऊर्जा और सामंजस्य बढ़ाने में सहायक है। पहले के समय में दूध में अन्य मसाले जैसे सौंफ, शहद और हल्दी मिलाकर दिया जाता था, जो शरीर को पोषण और ऊर्जा प्रदान करते हैं।

पारंपरिक विश्वास: समाज में एक विश्वास है कि केसर दूध नवविवाहित जोड़े के जीवन में शुभता लाता है और उनके संबंधों को और मजबूत बनाता है।

निष्कर्ष:

शादी की पहली रात केसर दूध का सेवन नवविवाहित जोड़े के लिए स्वास्थ्य, उत्साह और शुभता का प्रतीक माना गया है। यह परंपरा जहां एक ओर शारीरिक लाभ प्रदान करती है, वहीं दूसरी ओर यह एक सांस्कृतिक रीति के रूप में दांपत्य जीवन में प्रेम, मिठास और आत्मीयता का प्रतीक बन गई है।

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